Book Title: Nag Kumar Charita
Author(s): Pushpadant Mahakavi
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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________________ शब्दकोशः 241 पयई-प्रकृति ( Karmic energy ) 1, 12, 8 / परहण-पर + धन 6, 10, 14 पयच्छिम-प्र + दत्त 5, 12, 5 परंमुह-पराङ्मुख 4, 2, 7 पयट्ट-प्र + वृत्इ 9, 11, 3 पराइअ, य-परागत (परा+ इ + त ) 4, 8, 11; पयट्ट, त्त-प्रवृत्त 2, 2, 1; 3, 1, 5; 4, 4, 9 5, 12, 11 पयडत-प्रकटयत् 3, 15, 12 पराउ-पर + आयुस् 7, 6, 12 पयडिय-प्रकटित 6, 6, 4, 6, 8, 10 परायम-परागत 2, 6,5 पयपेल्लिअ-पद + प्रेरित 3, 9, 17 परावम-पारावत 8, 1, 4. ( H. परेवा ) पयवडण-पद + पतन 8, 7,7 परिओस-परितोष 7, 4, 2 पयवित्ति-पद+ वृत्ति 9, 2,9 परिक्ख-परि + ईक्ष् , इ 3, 5, 8; °हिं 3, 3,8; पयंग-पतङ्ग ( सूर्य ) 3, 14, 10; 7, 6, 14; क्खिवि 3, 3, 5 परिग्गह-परिग्रह 1,17, 7; 3, 9, 8; 7, 15, 1 पयंडपजोयण-प्रचण्डप्रद्योत, पु. 7, 4, 9 परिट्टिअ, य-परि + स्थित 1, 5, 7; 3, 5, 6; पयंत-पयःदुग्धमन्ते यस्य तद् भोज्यम् 9, 21, 39 4, 6, 12 पयंप-प्र + जल्प् इ 9, 8, 7. ( See जंप ) परिठविअ-प्रति + स्थापित 6, 5, 6 पयंपण-प्रजल्पन 6, 10,9 परिणाविय-परि+णी + णिच् + क्त 6,9,10 पयंपिअ-प्र + जल्पित 3, 9, 6; 3, 12, 1 परिणिवि-परिणीय 2, 1, 1 पयंपिर-प्र+ जल्प् + इर ( ताच्छील्ये ) 6, 13, 20 परिणिज्जउ-परिणीयताम् 1, 16, 8 पयाण-प्रयाण 7,3,10 परिणेसमि-परिणेष्यामि 5,8,3 पयाधुर-प्रजाबंधुर (नाग कु. नाम ) 2, 4, 1; परिताय-परि + त्रै, °हि 7, 11, 7; "हु 5, 11, 15 परितायण-परित्राण 8, 16, 1 पयार-प्राकार 6, 12, 14 परिपुट-परिपुष्ट 9, 19, 19 पयारियसट्ट-प्रकारित + सट्ट (नाटिका) 9, 21, 36. परिफुरिय-परिस्फुरित 1, 15, 4 (पाडनि अनुसारि नृत्यसामग्री खेला नाच परिमम-परि + भ्रम्, इ 1, 10, 13 वानी, टि.) परिमट्ठ-परिमृष्ट 4, 1, 7 पयाल-पाताल 5, 12,6 परिमलिय-परिमृदित 2, 1, 4; ( Hem. पयाव, अ-प्रताप 1, 8, 1; 1, 15, 8 4,126.) पयास-प्र+काश , हि 1, 2,8 परिमिय-परिमित 1, 11, 3 पयास-प्रकाश 9, 17, 8, 9, 17, 33 परियड्ढ-परि + वर्धय्,°इ, 3, 2, 4 / / पयासिय-प्रकाशित 2,7,7 परियड्ढिय-परि + वर्धित or अहित 6, 17, 12, पर-परम् ( but ) 1,4,2 परियण-परिजन 1, 9, 5, 2, 13, 6 परज्जिय-पराजित 1, 3, 6; 1, 14, 10 परियत्तण-परिवर्तन 3, 14,7 परताविर-पर + ताप् + इर (ताच्छील्ये ) 7, 9,7 परियरिअ, य-परिचरित 1, 7, 9, 6, 17, 15 परमत्थ-परमार्थ 4, 2, 3 परियलंत-परिगलत् 4, 10, 5 परमप्प-परमात्मन् 9,4,1 परियलिय-परिगलित 1, 11, 9, 7, 13, 2 परमुच्छाह-परम + उत्साह 7, 15, 5 परियंचिअ-परि + अञ्चित ( अचिंत ) 2, 14, 8 परमुच्छिय-परम + उच्छ्रित 8,10,9 परियाण-परि + ज्ञा, इ 5, 9, 3 परमुण्णय-परम+ उन्नत 1,17,4 परियाणिज्ज-परि + ज्ञा ( कर्मणि ) °इ 3, 2, 9 परमेट्ठि-परमेष्ठिन् 1, 12, 2 परियाणिय-(१) परिज्ञात (2) परिज्ञापित परयार-पर + दारा 9,8,3 परयारिअ-पारदारिक 3, 12, 1; 9, 8, 3..... परियाणिवि-परिज्ञाय 6, 17, 7 P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust

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