Book Title: Nag Kumar Charita Author(s): Pushpadant Mahakavi Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 1
________________ ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी ग्रन्थमाला : अपभ्रंश ग्रन्थांक 10 महाकवि पुष्पदन्त विरचित णायकुमारचरिउ [अपभ्रंश मूल, हिन्दी अनुवाद, पाठान्तर, शब्दकोश, व्यक्ति व भौगोलिक सूचियां, प्राचीन टिप्पण तथा अंगरेजी नोट्स सहित ] सम्पादक-अनुवादक डॉ. होरालाल जैन, एम. ए., एल-एल. वी., डी. लिट., भूतपूर्व संस्कृत प्राध्यापक मध्यप्रान्त शिक्षा विभाग, संस्थापक-निदेशक : प्राकृत, जैनधर्म और अहिंसा शोध-संस्थान, वैशाली ( विहार ), प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष : संस्कृत-पालि-प्राकृत विभाग, इंस्टीट्यूट ऑफ़ लैंग्वेजेज एंड रिसर्च, जबलपुर विश्वविद्यालय ( म. प्र.) HORS PROCESSOCTO ORTS जानाOre HDOLES adal भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन .. वीर नि० संवत् 2498 : विक्रम संवत् 2029 : सन् 1972 द्वितीय संस्करण : मूल्य 230 रुपये . 90/मा.श्री लामसागर रान मदिर श्री महावीर जैन आराधना कन्द्र, कोसा P.P.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak TrustPage Navigation
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