Book Title: Mugal Samrato ki Dharmik Niti
Author(s): Nina Jain
Publisher: Kashiram Saraf Shivpuri

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Page 243
________________ रारकपुर में प्रादीश्वर भगवान के मन्दिर का शिलालेख (1 ) || सम्वत् 1647 वर्षे श्री फाल्गुनमासे शुक्लापक्षे (2) पंचम्यां तिथी गुरुवासरे श्रीतपागच्छाधिराजपात (3) साह श्री अकबरदत्तजगद्गुरूंविरूदधारक मट्टारि (र) क श्री(4) धोधी 4 हीरविजयसूरिणामुपदेशेन । चतुर्मुखश्रीधरण (5) बिहारे प्राग्वाटज्ञातीयसुश्रावक सा० खेता नायकेन ( 6 ) वर्द्धापुद्ध यशवन्तादि कुटं (टु) बयुतेन अष्टचत्वारिंशत् 48 - (7) माणानि सुवर्णनांणकानि मुक्तानि पूर्वदिक सत्कप्रतोली(8) निमित्तमिति श्रीअहमदाबादपावें । उसमापुरतः Jain Education International For Private & Personal Use Only ॥श्रीरस्तु www.jainelibrary.org

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