Book Title: Mudra Prayog Ek Anusandhan Sanskriti Ke Aalok Me Author(s): Saumyagunashreeji Publisher: Prachya Vidyapith View full book textPage 8
________________ सेवार्पण जिनका जीवन समर्पित है मानव मात्र के कल्याण के लिए... जिनका अनुभव ज्ञान उपलब्ध है शक्ति केन्द्रों के जागरण के लिस... जिनकी साधना पद्धति सुलब्ध है जन सामान्य के आचरण के लिस.. उन सधी साधकों की त्रियोग पूर्ण मंगलकारी उत्कट साधना को श्रद्धान्वित धावेन सादर समर्पितPage Navigation
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