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समर्पण उनके मात्र ज्ञानोद्यम से प्रेरित होकर, जिनके सान्निध्य में आगम साहित्य के क्रमवार विषय-विभाजन व जैन दर्शन से सम्बन्धित कोशों के निर्माण . करने का सुअवसर मिला उन स्वर्गीय श्री मोहनलालजी बाँठिया को प्रस्तुत प्रन्थ समर्पित करता हूँ।
___ -श्रीचंद चोरड़िया *
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