Book Title: Mata Pita Aur Bachho Ka Vyvahaar
Author(s): Dada Bhagwan
Publisher: Mahavideh Foundation

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Page 54
________________ ९० माता-पिता और बच्चों का व्यवहार फिर मैंने पूछा, 'क्या करती है तू?' उसने कहा, 'मैं लेक्चरर (व्याख्याता) हूँ।' इस पर मैंने पूछा, 'शादी-वादी की या नहीं की?' तो कहा. 'नहीं, शादी नहीं की. लेकिन मँगनी हुई है। मैंने कहा, 'कहाँ हुई है, बम्बई में?' तो कहा, 'नहीं, पाकिस्तान में।' 'कब करनेवाली हो?' तब कहे, 'छह महीने में ही।' मैंने कहा, 'किसके साथ? पति कैसा खोज निकाला है?' तो कहा, 'लॉयर है।' बाद में मैंने पूछा कि, 'वह पति बनकर तुझे कुछ दुःख नहीं देगा? अभी तुझे किसी प्रकार का दु:ख है नहीं और पति करने जाएगी और पति दुःख देगा तो?' मैंने कहा, 'उसके साथ शादी करने के बाद तेरी क्या योजना है? उसके साथ शादी होने से पहले तेरी कुछ योजना होगी न कि उसके साथ कैसे बर्ताव करना? या फिर योजना नहीं की? वहाँ शादी के बाद क्या करना उसके लिए कुछ तैयारियाँ तूने की होंगी न, कि शादी के पश्चात् उस लॉयर (वकील) के साथ तेरी जमेगी या नहीं इसकी?' तब वह कहती है, 'मैंने सब तैयारियाँ कर रखी हैं। वह ऐसे बोलेगा तो मैं ऐसा जवाब दूंगी। वह ऐसे कहेगा तो मैं ऐसा कहूँगी, वह ऐसा कहेगा तो, एक-एक बात के जवाब मेरे पास तैयार हैं।' जितनी रशिया ने अमरीका के सामने युद्ध की तैयारियाँ कर डाली हैं न, उतनी तैयारियाँ कर रखी थीं। दोनों ओर से पूरी तैयारियाँ ! वह तो मतभेद खड़ा करने की ही तैयारियाँ कर रखी थीं। वह झगड़ा करे, उससे पहले ही यह बम फोड़ दे! वह ऐसे सुलगाये तो हमें ऐसे सुलगाना। अत: वहाँ जाने से पहले ही हुल्लड़ करने को तैयार न! वह इस तरफ तीर छोड़े, तब हमें उस ओर रॉकेट छोड़ना। मैंने कहा, 'यह तो तूने कोल्ड वॉर शुरू किया। वह कब शान्त होगा?' कोल्ड वॉर बंद होता है? यह देखो न, बड़े साम्राज्यवालों का कहाँ बंद होता है, रशिया-अमरीका का? ये लड़कियाँ ऐसा सब सोचती हैं, सारा प्रबंध कर दे इस तरह। ये लड़के तो बेचारे भोले! लड़के ऐसा सब नहीं करते और उस घड़ी मार खा जाते हैं, भोले हैं न! माता-पिता और बच्चों का व्यवहार यह आप जो कहते हो न, प्रपंच के सामने क्या तैयारी करनी? लेकिन उस लड़की ने सारी तैयारियाँ कर रखी थी, बोम्बार्डिंग कब और कैसे करूँगी! वह ऐसा बोले तो अटेक, वैसे बोले तो ऐसे अटेक (आक्रमण)। 'सभी तैयारियाँ कर रखी हैं कहती थी!' फिर बीच में मैंने उसे कहा, 'यह सब तुझे किस ने सिखाया है? निकाल बाहर करेगा और तलाक दे देगा!' तलाक दे देगा कि नहीं देगा? मैंने कह दिया कि इस तरह तो छह महीने में तलाक मिलेंगे, तुझे तलाक लेने हैं? यह तरीका ग़लत है। फिर मैंने उसे कहा, 'तुझे तलाक नहीं दे, इसलिए यह सब मैं तुझे सिखाता हूँ।' इस पर मुझसे कहती है, 'दादाजी, ऐसा नहीं करूँ तो क्या करूँ? वर्ना तो वह मुझे दबा देगा।' मैंने कहा, 'वह क्या दबानेवाला था? बेचारा लट्ट ! वह तुझे क्या दबानेवाला था?' बाद में मैंने पूछा, 'बहन, मेरा कहा मानोगी? तुझे सुखी होना है या दु:खी होना है? बाकी जो औरतें सब तैयारियाँ करके पति के पास गई थीं, वे अंत में दुःखी हुई हैं। तू मेरे कहने के मुताबिक जाना, किसी भी तैयारी के बगैर जाना।' फिर उसे समझाया। घर में हर रोज़ क्लेश होगा तो वकील कहेगा, 'जाने दो, इससे तो अच्छा दूसरी लाऊँ।' उसमें फिर यह टिट फोर टैट (जैसे को तैसा) होगा। जहाँ प्रेम के सौदे करने हैं, वहाँ ऐसे सौदे किसके करने हैं? प्रश्नकर्ता : प्रेम के। दादाश्री : प्रेम के! भले आसक्ति से हो मगर कुछ प्रेम जैसा है न! उस पर द्वेष तो नहीं होता न! मैंने कहा, 'ऐसा नहीं करते। तू पढ़ीलिखी है इसलिए ऐसी तैयारियाँ कर रखी है? यह तो वॉर (लडाई) है? यह क्या हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की वॉर है? संसार में सभी यही कर रहे हैं। यें लड़कियाँ, लड़के सभी यही कर रहे हैं। फिर दोनों का जीवन नष्ट हो जाता है।' फिर उसे सब प्रकार से समझाया।

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