Book Title: Mantraraj Rahasyam
Author(s): Sinhtilaksuri, Jinvijay
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 134
________________ १२२ ] थोसिद्दतिलकसूरिविरचितं एवं श्रीगणनाय ! गौतमगुरो ! स्तुत्वा मयाऽभ्यर्थ्यसे नाम्नाऽहं मुनिमुन्दरोऽभवमयो कुर्याः प्रसादं तथा। स्यां सर्वन ! यथार्थतोऽपि विशदज्ञानादिरत्नत्रया ला कर्मजयश्रियं शिवपुरे राज्यं लभे चाचिरात् ।। २५ ॥ इति श्रीयुगप्रधानावतारवृहत्तपागच्छाधिराजश्रीदेवमुन्दरमूरि - श्रीज्ञानसागरमूरिश्रीसोममुन्दरमरिगियैः श्रीमुनिबुन्दरमरिभिरिचिते जय य श्रीजिनस्नको प्रथमप्रस्ताव गौतमस्तोत्रमेकविंशम् ।। M १३. परिशिष्टम् । श्रीगरिमन्त्रस्तोत्रम् ।

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