Book Title: Mantra ki Sadhakta Ek Vishleshan Author(s): Nandlal Jain Publisher: Z_Yatindrasuri_Diksha_Shatabdi_Smarak_Granth_012036.pdf View full book textPage 6
________________ RPFNE यतीन्द्र सूरि स्मारकग्रन्थ - जैन-साधना एवं आचार . ह मंगल-साधक शांतिविरोधी र शक्ति, वृद्धि प् सहयोगी ऊ विघटन सर्वसाधक व विपत्तिनिवारक र शक्ति, वृद्धि ण शांति, शक्ति निश्चल र शक्ति वृद्धि च खण्डशक्ति म् सिद्धि, संतान आत्मसिद्धि ए निश्चल ओ अनुदात्त अशांति ण शांति, शक्ति द आत्मशक्ति सर्वसाधक य शांति, सिद्धि य शांति, सिद्धि सारणी - ३ : गायत्रीमंत्र की साधकता का विवरण म् सिद्धि, संतान आ धन, आशा ओ अनुदात्त ग साधक भ सात्विक विरोधी त् सर्व सिद्धि म् सिद्धि, संतान ओ अनुदात्त र शक्ति, वृद्धि -- भ् सात्विक विरोधी द आत्मशक्ति ऊ विघटन ए निश्चल सारणी - 4:त्रिशरण मंत्र की साधकता का विवरण र शक्ति, वृद्धि व विपत्तिनिवारक ब विपत्तिनिवारक ध सहयोगी स सर्वसाधक भ सात्विक विरोधी स् सर्वसाधक उ अद्भुत शक्ति म् सिद्धि, संतान म् सिद्धि, संतान उ अद्भुत शक्ति य शांति, सिद्धि द् आत्मशक्ति म सिद्धि, संतान घ स्तम्भन व विपत्तिनिवारक ध मंगलसाधक ध सहयोगी म् सिद्धि, संतान म् सिद्धि, संतान ह मंगलसाधक ई अल्प शक्ति म् सिद्धि संतान स सर्वसाधक म सिद्धि, संतान श निरर्थक श निरर्थक श निरर्थक व विपत्तिनिवारक ह मंगलसाधक र शक्ति, वृद्धि र शक्ति, वृद्धि र शक्ति, वृद्धि ह मंगलसाधक इ मृदुकारी साधक ण शांति, शक्ति ण शांति, शक्ति ण शांति, शक्ति त सर्वसिद्धि ध मंगलसाधक म् सिद्धि, संतान म् सिद्धि, संतान म् सिद्धि, संतान त् सर्वसिद्धि इ मृदुकारी साधक ग साधक ग साधक ग साधक स सर्वसाधक य शांति, सिद्धि च् खण्डशक्ति च् खण्डशक्ति च् खण्डशक्ति व विपत्तिनिवारक ओ अनुदात्त छ शक्ति, विध्वंस छ शक्ति, विध्वंस छ शक्ति, इ मृदुकारी साधक य शांति, सिद्धि आ धन, आशा आ धन, आशा आ धन, आशा त सर्वसिद्धि ओ अनुदात्त म सिद्धि, संतान म सिद्धि, संतान म सिद्धि, संतान उ अद्भुत शक्ति न आत्मसिद्धि इ मृदुकारी साधक इ मृदुकारी साधकइ मृदुकारी साधक ह मंगलसाधक రసాయుగురురురురురురురురురురురువారం సాయ eroine Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 4 5 6 7