Book Title: Mahavira Smruti Granth Part 01 Author(s): Kamtaprasad Jain, Others Publisher: Mahavir Jain Society Agra View full book textPage 4
________________ विषय-सूची! (CONTENTS) प्रकाशकीय वक्तव्य । सम्पादकीय वक्तव्य । Editor's Note विषयसूची Prof. Einstien's Asessage नमस्कार सन्मति बाणी को-(कविता) सौ. सरोजिनीदेवी जैन, कायमगज १. सन्देश और श्रद्धांजलियां (Tributes and Messages).. अहिंसाके अवतार म. गाधी R. Lord Mahārira's Message-Dr. Tagore ३ जन-जीवनके भगवान (कविता)-श्री. मुकुल ५ मन्देग ( Message from H E The Gorernor of Bihar ) ५ माननीय लाठे सा.का सन्देश ६ Lord Natian ira's Message of Universal Lore--Dr V. H. Talbot . २. म. महावीर : जीवन ज्योति एवं अध्ययन । (Life Studies of Lord Mabärira ) - ६. चिर अतीतके धर्मवीर उतरो नूतन वन (कविता)-धी, शिवसिंह चौहान 'गुञ्जन' ११ २. भ महावीर और उनकी विचारधारा-ले. श्री. प. कलामचद्रजी शास्त्री, काशी १३ ३ ऋषभदेव और महावीर- (सचित्र Fig I) श्री कामताप्रसाद जैन, अलीगज १८ . राम और महावार--श्री. अयोध्याप्रसादजी गोयलीय, डालमिया नगर " महावीर हनूमान और तोकर वईमान-(सचित्र) ( Figs II & III) -कुमार वीरेन्द्र प्रसादजी अलीगज ६ कृष्ण और महावीर-श्री. हरिसत्य भट्टाचार्य, एम ए., पी एच. डी., हावडा : महागीर और बुद्ध--श्री. कामताप्रसाद जैन अलीगज तुम मपट भराधना-(कविता) श्री. भानचद्र अव्या ९ म. महारीर और म गाधी-श्री. का.प्र. १०. गुजारत होगा अहिंसक वारके सन्देश का ख-(कविता) श्री. शिजी 11 पुन २. महानोरकी जन्मभूमि वैशाली-मशटित श्री. राहुल सारत्यायनी प्रयास । म मा निर्वामि पावाको स्थिति-श्री. डॉ. राजपाले पाटेय, .एम., टी, नि, कामी 1 म.महागमा निगोनय और दीपमाटिका-श्री. पी. में, गोटे, पूनाPage Navigation
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