Book Title: Mahavira Jivan Bodhini
Author(s): Girishchandra Maharaj, Jigneshmuni
Publisher: Calcutta Punjab Jain Sabha

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Page 359
________________ .4 ( ३३१ ) गृह, (१३) राजगृह, (१४) चंपा, (१५) मिथिला (१६) वाणिज्यग्राम, (१७) राजगृह, (१८) वाणिज्य ग्राम, (१६) वैशाली, (२०) वैशाली, (२१) राजगृह, (२२) नालंदा, (२३) वैशाली, (२४) मिथिला, (२५) राजगृह, २६) नालंदा, (२७( मिथिला, (२८) मिथिला, (२९) राजगृह, (३०) अपापापुरी। प्रे ६८० म. स्वामी ने चारित्र पर्याय में कुल कितने चातुर्मास किये थे? उ. १२ + ३० = ४२ चातुर्मास । प्र. ६८१ म. स्वामी के केवलज्ञान के बाद प्रथम शिष्य कौन हुए थे ? उ. इग्द्रभूति गौतम । प्र ६८२ म. स्वामी के कितने गणधर थे ? . उ. - ११ ग्यारह । प्र..६८३ म. स्वामी के केवली साधु कितने थे ? उ. ७०० ( सात सो) । प्र. ६८४ म. स्वामी के मनःपर्ययज्ञानी साधु कितने थे ? उ. ५०० ( पांच सो) । प्र. ६८५ म. स्वामी के अवधिज्ञानी साधु कितने थे ? 4

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