Book Title: Mahavir ya Mahavinash
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rajnish Foundation

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Page 219
________________ वास्तविक धर्म है। शरीर-बुद्धि के ऊपर उठना और शरीर तथा आत्मा के पृथकत्व का अनुभव करना ही दर्शन है तथा मानव जीवन को दिव्य जीवन में परिणित करने का निरंतर प्रयास ही एकमात्र कर्तव्य है। 212

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