Book Title: Mahavir Jivan Prabha
Author(s): Anandsagar
Publisher: Anandsagar Gyanbhandar

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Page 169
________________ * महावीर जीवन प्रभा * (६) शंख श्रावक का जीव सातवाँ 'उदय' तीर्थकर होगा. आनन्द श्रावक का जीव आठवाँ पेढाल' तीर्थकर होगा. शतक श्रावक का जीव दसवाँ 'शतकीर्ति' तीर्थकर होगा. सुलसा श्राविका का जीव सोलहवाँ चित्रगुप्त' तीर्थकर होगा. रेवती श्राविका का जीव सतरवाँ ' समाधि' तीर्थकर होगा. (११) सद्दाल श्रावक का जीव अठारवाँ 'सम्बर' तीर्थकर होगा. (१२) अम्बड़ का जीव बावीसवाँ - देव ' तीर्थंकर होगा. कुल तीर्थंकर तो चौवीस होंगे, लेकिन यहाँ उनही के नाम उल्लेख किये गये हैं, जो महावीर शासन से होने वाले हैं. प्रकाश- भगवान महावीर के आराधन से उपरोक्त जीवों ने तीर्थकर नाम कर्म उपार्जन किया, जो भाविकाल Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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