________________ DOOK(c)(c)(r)(c)(r)*(c)*****03@@ अपूर्वलाभ. (1) शीघ्रबोध भाग 1-2=3-4-5 यह बहुत अच्छे सुधाराके साथ द्वितीयावृति छपाइ गइ है द्रव्यानुयोगनय-निक्षेप द्रव्य गुण पर्याय स्याद्वाद स्वरूप समझने में, सुगमताके साथ अच्छी कोसीस की गइ है किं. रु. 1 // (2) शीघ्रबोध भाग 10-11-12-13-14-15-16-23-24 25 किं. रु. 2 // (3) शीघ्रबोध भाग 17-18-19-20-21-22 जिस्मे वारह सूत्रोंका हिन्दी भाषान्तर है किं. रु. 4) (4) भाव प्रकरण सावचूरि भेट. (5) द्रव्यानुयोग द्वितीय प्रवेशिका रु.) (6) गुणानुराग कूलक रु.०), (7) महासती सुरसुन्दरी यह एक मनोरंजक हिन्दी भाषामें कथा वडी ही बोधकारी है रु. ) पत्तः-श्री रत्नप्रभाकर ज्ञानपुष्पमाला, मुः-फलोदी-मारवाड. श्री सुखसागर ज्ञानप्रचारक सभा, मुः-लोहावट-मारवाड. मावनगर-धी आनंद प्री. प्रेसमा, शाह गुलाबचंद लल्लुमाए छाप्यु. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com