Book Title: Mahapurana Part 4
Author(s): Pushpadant, P L Vaidya
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 288
________________ 258] महाकवि पुष्पवत कृत महापुराण (3) 8a वह उस स्थान से चला गया। ध्यान रखें कि 'तहाँ की अपेक्षा 'सहि' के साथ होतउ' का प्रयोग किया गया है / हेमचन्द्र iv 355 से तुलना करें। (6) 10 b उस स्थिति में कोन नरक में पैदा होगा और कोन स्वर्ग में ? 12 यह घोडदर्शन का क्षणिकवाद सिद्धान्त है / स्वयंभुरा के द्वारा। (8) 6-9 ये पंक्तियां हमें बताती है कि राम के विजय राम आदि आठ पुत्र थे, और लक्ष्मण के उनकी पत्नी पृथिवी से पृथ्वीचन्द्र आदि अनेक पुत्र थे। (11) 4b लच्छीहरंगि अर्थात् लक्ष्मीधर (लक्ष्मण) की देह में / (9) वर्षा ऋतु का सुन्दर वर्णन / (16) 7 b सूर्य की पत्नी का नाम रण यो रमादेवी था।

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