Book Title: Mahakavi Harichandra Ek Anushilan
Author(s): Pannalal Sahityacharya
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 221
________________ (31) रसगंगाधर पण्डितराज जगन्नाथ, चौखम्बा विद्याभवन वाराणसी से 1957 में प्रकाशित / (32) अलंकार-चिन्तााणि, अमितान. कोल्हापुर मे 1829 शकालद में प्रकाशित / (33) साहित्यदर्पण, विश्वनाथ कविराज, चौखम्बा विद्याभवन वाराणसी से 1957 में प्रकाशित / (34) ध्वन्यालोक, आ. आनन्दवर्धन ज्ञानमण्डल लिमि. काशी से सन् 1933 ___ में प्रकाशित / (35) सुवृत्ततिलक, क्षेमेन्द्र, चौखम्बा विद्याभवन से 1933 में प्रकाशित / छन्दोग्रन्थ (36) छन्दोमजरी, चौखम्बा विद्याभवन से 1940 में प्रकाशित / (37) वृत्तरत्नाकर-केदारभट्ट, निर्णय सागर. 1926 में प्रकाशित / व्याकरण (38) सिद्धान्तकोमुदी, भट्टोजि दीक्षित, सत्त्वबोधिनी सहित बेंकटेश्वर प्रेस ___नम्बई से सन् 1929 में प्रकाशित / कोष ... (39) अमरकोष { संस्कृत टीका सहित ) निर्णय सागर से सन् 1915 में प्रकाशित : (40) विश्वलोचन कोष, धरसेन, सोलापुर से प्रकाशित / शोधप्रबन्ध (41) संस्कृत साहित्य के इतिहास में जैन कवियों का योगदानले. डा. नेमिचन्द्र जी शास्त्री, आरा, भारतीय ज्ञानपीठ से सन् 1971 में प्रकाशित / इतिहासग्रन्थ (42) संस्कृत साहित्य का इतिहास-ले. डॉ. बलदेव उपाध्याय पारवामन्दिर वाराणसी से सन् 1958 में प्रकाशित / (43) जैन साहित्य का इतिहास, ले. नायूराम प्रेमी हिन्दीग्रन्थरत्नाकर बम्बई से सन् 1956 में प्रकाशित / पत्र-पत्रिकाएं (44) जैनसिद्धान्तभास्कर--भाग 2, किरण 3, जैनसिद्धान्तभवन, आरा / 210 महाकवि हरिचन्द्र : एक अनुशीलन

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