Book Title: Madhyamdiniya Mantrasamhita
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Page 73
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobafirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gener जा. वाल्मीकीयरामायण (अत्युत्तम भाषाटीका सहित) _ और भाषावार्तिक। श्रीवाल्मीकीय रामायण 24000 ग्रंथका सरल सुबोध ब्रज भाषाटीका बनवायाहै जिसके बीचमें / मूल और नीचे ऊपर भाषाटीका है. और एक वाल्मीकीय रामायणका भाषा वार्तिक ऐसे दोनों तरहके छापके तैयारहैं. जिसमें मूलके अनुसार यथावत् भाषाटीका करके मूल श्लोकोंके अंकभी लगादियेगयेहैं / रामायणकी कथा पढनेवालोंको पुराण वांचनेंमें बहुत उपयोगी होगा. जिन महाशयोंको लेने होवे 25 रु० भेज देनसें भाषाटीका सहित इस पुस्तकको अपने स्थानपर पासकेंगे और भाषावातिकको 410 रु० भेजनेसे पासकेंगे. ऐसी उत्तम भाषाटीका सहित पुस्तक आजतक हिन्दोस्थानमें नहीं इस वास्ते महाशयहो इस अलभ्यलाभको शीघ्रता करिये. For Private And Personal

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