Book Title: Madhyamdiniya Mantrasamhita Author(s): Publisher: View full book textPage 4
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobaith.org Acharya Shri Kailashsagarsur Gyanmandir श्रीगणेशायनमः॥हरि ॐ॥अथ प्रयोजनसंहिताप्रारंभः॥ तत्र संध्यामंत्राः॥ॐतत्सवितुर्वरेण्यम्भग्र्गोदेवस्य॑धीमहि ॥धियोघोन प्रचोदयात्॥१॥ सूर्य्यश्श्चमामन्युश्श्चमन्युपतयश्श्चमन्युकृतेभ्यः पापेभ्योरक्षन्ताम् यद्राच्यापापमकार्षम्मनसावाचाहस्ताभ्याम् पर यामुदरेणशिश्नारात्रिस्तदवलुपतु यत्किञ्चिदुरितंमयि / इदमहंमा / ममृतयोनौसूर्ये ज्योतिषि जुहोमि स्वाहा ॥२॥ॐआपः पुनन्तुप / थिवीं पृथ्वीपूतापुनातुमां पुनन्तुब्रह्मणस्पतिर्ब्रह्मपूापुनातुमां यदु। च्छिष्टमभोज्यंयद्वादुश्चरितमम सर्वम्पुनन्तुमामापोसताञ्चप्रतिय For Private And PersonalPage Navigation
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