Book Title: Kusumvati Sadhvi Abhinandan Granth
Author(s): Divyaprabhashreeji
Publisher: Kusumvati Abhinandan Granth Prakashan Samiti Udaipur

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Page 661
________________ नाम : श्री लक्ष्मीचन्द तालेडा पिता : स्वर्गीय श्री स्वरूपचन्द जी सा. तालेडा (व्यावर) माता : स्वर्गीय श्रीमती एजनकंवर तालेडा सम्बन्धित संस्थाएँ • मगन जैन सहायता समिति, ब्यावर । प्यारचन्द जैन छात्रावास, ब्यावर आंबिल खाता-ब्यावर तालेडा पब्लिक चेरीटेबल ट्रस्ट, ब्यावर अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति, इन्दौर मै. ओसवाल केबल्स (प्रा.) लि. जयपुर श्री लक्ष्मीचन्द तालेडा श्री भारत वर्षीय श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कान्स, दिल्ली। . धार्मिक कार्यवाही में तन, मन, धन से प्रोत्साहन/साधु-सन्तों की सेवा-सुश्रुषा आदि । श्रीमान् छगनलाल जी सा बागरेचा उदयपुर जैन समाज के एक जाने माने उत्साही धर्म निष्ठ सुश्रावक हैं। आपके जीवन में धर्म के प्रति विशेष लगाव रहा है। अपने नित्य नियम के प्रति सदा सजग रहते हैं। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती बागरेचा भी एक सुश्राविका थीं। विदुषी महासती श्री दिव्यप्रभा जी म० आपके संसारपक्षीया भानजी म० हैं । आपके सुपुत्र हीरालाल जी बागरेचा एवं सुपुत्री प्रेमबाई चपलोत हैं। प्रस्तुत ग्रन्थ में आपने उदारतापूर्वक सहयोग प्रदान किया है। छगनलालजो बागरेचा ( १६ ) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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