Book Title: Kulingivadanodgar Mimansa Part 01
Author(s): Sagaranandvijay
Publisher: K R Oswal

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Page 78
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पबलिक आमको सूचना .... महानुभावो ! श्रीमान् सागरानन्दसरिजी के तरफसे प्रकाशित चेलेंज और चपेटिका के मिलते ही हमारे तरफ से स्थान, समय मयप्रतिज्ञा के निश्चित करके सागरानन्द सरिजी को ता० १६-१२-२६ के मुद्रित चेलेंज के द्वारा पोपसुदि पूर्णिमा के रोज ही शास्त्रार्थ कर लेने के लिये सूचित कर दिया गया था, पर वे नियमित स्थान और टाइम पर शास्त्रार्थ के लिये हाजिर नहीं हुए, अतएव उनका पराजय स्वतः समझ लेना चाहिये । अब हम उनके तरफसे मुद्रित या लिखित किसी चेलेंज सूचना पर ध्यान नहीं देंगे। क्यों कि उन्हें शास्त्रार्थ करना ही नहीं है, इसीसे वे हरवख्त समय पर हाजिर न होकर टालाटूली से ही अपनी यहादुरी बतलाना चाहते हैं । एसी निर्बल बहादुरी से भरे चेलेंज वगैरह रद्दी-नशीन ही समझ लेना इतिशम् । मुनि या For Private And Personal Use Only

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