Book Title: Konik Raj Samhaiyu
Author(s): Tirthtraiyi
Publisher: ZZ_Anusandhan

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Page 27
________________ ९६ हिला निन्दा अवहेलना. परभात = प्रभा = = = न मान = प्रमाण रहित - बेसुमार कोशिस कपिशिर्षक कांगरा = भुंगल = भोगळ = अर्गला सेरी = शेरी = नानो मार्ग नाकघर देव-गृह चरड = लुंटारो धव धावडीनुं वृक्ष वरग = वर्ग सुगाल सुकाल हाली = खेडूतने त्यां गुलाम जेवी दशामां काम करतो मजूर रातो = रक्त = रागवाळो खेडो = खेतीमां रोपणी करनार माणस प्रवृत्तिवाहक सिलावटा = सलाट = पथ्थर घडनार = शिल्पी = चचरिइ / चच्चर = चत्वर = संकिरण संकीर्ण सांकडुं रथनी पंक्ति रथाली सुम पुष्प सेटी = सेतिका खडी चूनो उखेव्या = = = = करवो = = == = जल्ल = दोरडा पर नाचनारा लेखा वांस पर नाचनार नट जाति मंखा राजानो भाट / चित्रपट बतावी गुजरान चलावनार उद+क्षिप् = फेलाववुं, धुप पाखलिइ = चोपास शीत सीत श्वेत = टिप्पणी चोगान - करंडा कारंडा नामना हंस वेंहल वेल-वेलडु–गाडु चारे बाजु मेल्हण मेल्हाण वदिता वेदिका आठ खूणाली = आठखुणावाळो = अष्ट कोण = -- वेल = नरखी नीरखी गोपय गायनुं पयस = गायनुं दूध लंक कमरनो उपरथी पहोळो अने नीचेथी सांकडो भाग नेट = नक्की निकन्द = = = = == = नाश वास = वर्ष साप = श्राप अडमात = अष्ट प्रवचन माता. अप्पडिय अप्रतिहतगति. छेह = छेडो. जमले = साथे, सरवाळे अनुसन्धान ५२ = झाज जहाज आथे = मूळी / मदद जोहा योद्धा हेवा खेवना = झंखना जीतप जेनो उल्लेख शास्त्रोमां न होय पण, गीतार्थो जेने मान्य करे ते परम्परागत आचार. भरती मुकाम-पडाव. - समाचार लावनार =

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