Book Title: Kavyashatakam Mulam
Author(s): Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ // 5 // नैषधीयचरितम् // पृष्ठं पंक्तिः शुद्धं 612 20 ०दुर्धर्ष 616 3 ०संहितेषणा 618 1 अमी 620 16 वात्यामय० 621 15 ०सचिवेन 623 16 कुसुमाद्० 624 2 ०सुतः 6256 दधद्माल० 625 12 प्रणीत० 625 24 ०वाशयम् . . 626 8 दरोद्गतः 627 4 चञ्चोश्चरण० 627 6 ०विनोदिनम् 627 22 रेजतुरस्य .. 627 23 तथाम्बुज६२६ 12 धरणी 126 14. वैलक्ष्यकृपं नपं 630 5 .निर्गता 631 15. ०चञ्चपुटेन / 18 प्रभु हसति 633 5 पृषती० 633 13 परीक्षणे 634 17 अनुरूपमिम 636 6 वयं क्यः पृष्ठं पंक्तिः 636 26 द्रुचा 637 16 दधदम्बुद० 637 22 ०सौधकन्धरा० 637 26 घनान्यदु० 634 3 अनलः 638 4 ___०पुरीपराय॑ताम् 638 13. दापणे 638 14 गुञ्जन्तमलिं 638 15 सकलाह 636 6 ०शेषशायिनः 636 20 ०वाङ्मुखत्वैः 640 4 ०पटुलक्ष्मी० 641 14 हंसोय्यसौ 641 16 दुपैषि 644 8 यदि विशेष० 645 23 मोहाद्ध्यातः . 651 15 का खलु 652 4 त्वज्र युगं 654 18 सरसीरस० 655 13 विदीर्य 655 26 मगीदृशः 656 2 नुमितनिह्न त० 656 13 तदद्भुत० 2
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