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श्रीमद्राजचंद्रजैनशास्त्रमाला
श्री परमात्मने नमः - स्वामि-कुमार-विरचिता
कार्तिकेयानुप्रेक्षा
(कत्तिगेयाणुप्पेक्खा)
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प्रामाणिकरीत्या शुभचन्द्रविरचित्तया संस्कृतटीका समेता
पाठान्तरादिभिः प्रस्तावनादिभिश्चसमलंकृता
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'कोल्हापुर' 'राजाराम कॉलेज' महाविद्यालये अर्धमागधीभाषाध्यापकेन
उपाध्यायोपाह्व-नेमिनाथतनय-आदिनाथ इत्यनेन
- पं. कैलाशचन्द्र शास्त्रिकृत हिन्दी भाषानुवादेन सह संपादिता
प्रकाशक
श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल श्रीमद् राजचंद्र आश्रम, अगास
में वीरनिर्वाण संवत् २५३१ ईस्वी सन् २००५ विक्रम संवत् २०६१
__ पंचमावृत्ति प्रति १२०० SPOOOOOOOODOOD
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