Book Title: Jiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Author(s): Mahodaysagarsuri
Publisher: Kastur Prakashan Trust

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Page 6
________________ -जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? 182 183 187 पानबाई रायसी गाला अनिल देढिया मुनि श्रीजयदर्शनविजयजी 191 192 196 199 202 मुनि श्रीअपूर्वरत्न-मुक्तिरत्नसागरजी 206 208 209 . --"-- . :. . 212 . : 214 ! :. 217 ! 219 221 - 153 अग्नि शीतल होवे तत्काल 154 श्री नमस्कार महामंत्र का तेज 55 कमली का भंयकर कष्ट टला 456 मंत्र छोटा, महिमा बड़ी संसार में सार मंत्र नवकार 158 मंत्र नवकार को सतत नमस्कार 159 बंधन मुक्ति की सत्यानुभूति 60 नमस्कार ही एक तारणहार नवकार ने इज्जत बचाई 62 नवकार ने माल बचाया 63 जादू के ऊपर जादू 64 अजीब करिश्मा नवकार का दुर्घटना में से बचाया 66 अमरीका में अजायबी 67 जादूगर के.लाल के अनुभव समाधि मरण की चाबी श्री नवकार महामंत्र की महिमा 70 भूत का भय भाग गया 71 बरसात का विघ्न टला 72 मुसलमान नवकार गिनता है 73 दुर्घटना से बचे भूत का भय दूर हुआ 75 आग ठंडी हो गई 76 कैंसर केन्सल हो गया 77 सवा लाख नवकार से अच्छा हो गया 78 डाकू डर गये 79 कार कमाल से बची 80 जुल्मखोर झुक गये 81 व्यंतरिक मार गायब हो गई 82 नवकार और मैं 183 नवकार मेरा मित्र है 184 चोरी हुई आंगी वापिस मिल गई 'रखेवाल' दैनिक कोतिलालभाई करमसी प्रो.के.डी.परमार पू.आ.श्री वारिषेणसूरिजी म. - 224 228 - - 229 230 230 230 231 231 - - 232 232 - हसमुखभाई कपासी पू.आ.श्री इन्द्रदिन्नसूरिजी म. 234 सा.पद्मयशाश्रीजी 235 पुष्पावती बेन शाह मुनि श्री जिनचन्द्रविजयजी 240 - - - - - - - -

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