Book Title: Jinratnakosha Part 1 Author(s): Hari Damodar Velankar Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute View full book textPage 6
________________ राजकीया प्राच्यग्रन्थश्रोण:-अनुक्रमाः 'सी ४ जिनरत्नकोशः ( जैनग्रन्थग्रन्यकृत्सूच्यात्मकः) ग्रन्थविभागः प्रथमः विल्सन कॉलेज-गीर्वाणभापा-प्रधानाध्यापकेन एम्. ए. इत्युपपदधारिणा वेलणकरकुलावतंसेन दामोदरसू नुना हरिणा रचितः पुण्यपत्तनस्थ भाण्डारकरप्राच्यविद्यासंशोधनमन्दिराधिकृतैः भाण्डारकरप्राच्यविद्यामन्दिरमुदणालय मुद्रयित्वा प्राकाश्यं नीतः १८६६ शकवत्सरा: १९४४ ख्रिस्ताब्दाः मूल्यं सार्धद्वादश रूपकाः Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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