Book Title: Jinprabhsuri ane Sultan Mahommad
Author(s): Lalchandra Bhagwan Gandhi
Publisher: Jinharisagarsuri Gyanbhandar

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Page 179
________________ worrnwwwwwwwwwwwwwwwww १६८ ] ऐतिहासिक नामोनी [ जिनप्रभसूरि अने ऐ. नाम पृष्ठ ऐ. नाम पृष्ठ. उदयप्रभ सूरि ४ ऐ. जैन काव्य-संग्रह १५१, उदयाकर गणि १५६,१५९ उपकेश गच्छ ४२,५३,१०१, ऐन्द्रीपुर १०४,१०७ ओंकारपुर(जी) ८६,९२-९४ उपदेश-कल्पवल्ली १२०,१२२, ,, मांधाता ८६ १३३,१६४ ऑक्सफर्ड हिस्टरी, तरंगिणी ११६,१२५, १६४ ऑफ इंडिया १६४ ,, माला-लघुवृत्ति ३६ ओसवाल ऊकेश ,, सप्तति ६,९,५९,६१,७३, कक्क सूरि ४२,५३,१०१, ११८,१३२,१६४ १०४, १०७ उपसर्गहरस्तोत्र-वृत्ति कंजरोटपुर ४२, ५३, रंगलपुर ५४,८९ १०१, १०४ , जिनालय ५४ कथाकोश-पंचशतीप्रबंध उलूखान कन्नाणपुर १०७, १०९, उन[ग] खान १४८, १९६ ऊकेश वंश (ज्ञाति) २७,१०१, कन्नाणयनयर २५, २६, २९, १०६,१२२,१३०,१३४ ३०, ५८, १०५, १५१ ऋषभजिन-स्तवन १८ , वीर ३७, ३८, १९, एपिप्राफिआ इंडिका १४१ ६८, १०१ ऐतिहासिक गूर्जर काव्य-संचय ,, कल्प २०,२५,२६,१०९, ४२,७७ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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