Book Title: Jinprabhsuri ane Sultan Mahommad
Author(s): Lalchandra Bhagwan Gandhi
Publisher: Jinharisagarsuri Gyanbhandar

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Page 189
________________ १७८ ] ऐ. नाम " पृष्ठ. जैनभंडार - ग्रंथसूची ३, १८ २० १०२, १०५ पाटलिपुत्र- कल्प पांडु देश पांडुभूमंडळाखंडल ऐतिहासिक नामोनी स्थापनाचार्य १६० ५४ पांख्यदेश- राजा ८,५६ पादलिप्त सूरि पार्श्वनाथ ( बिंव, मंदिर ) ३०, ४२,८१ - ८१ पालण पुर पालित्त = पादलिप्त सूरि १३४, १३६ पाल्हाक १३१,१३२ पावापुरी तीर्थ - कल्प ९,२०, पीरोज पातशाह [ जिनप्रभसूरि अने पृष्ठ. ऐ. नाम पूर्णभद्र गणि २६ पूर्णिमा गच्छ (पक्ष) ४३, ११९ पूर्वदेश - तीर्थं १९ पृथ्वीधर = पेथड पृथ्वीराज पेठण पइट्ठाण पेथड शाह ४४, ४५ पिटर्सन- रिपोर्ट २४, २१.३६, ३९, ४४, १६० १९-६२, ७१, ११०-१११, ११८,१२१,१२९, १३३,१११ पूरी १६२ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat २७, २८ ४२,७८, ८२ ८६, १०१ पेरोज= पीरोज पोल्हाक ( पोला ) = पाल्हाक प्रकरणरत्नाकर ११-१३, १५,१६ प्रतिष्ठान = पइट्ठाण पत्तन प्रबंधकोश प्रबोधमूर्त्ति गणि प्रबोधोदय वादस्थल प्रभाचंद्र सूरि प्रभावकचरित्र ४३, १३० ७६ २७ ३३ ३३ प्रभासपाटण प्रश्नोत्तररत्नमाला - वृत्ति ८४ ४१ www.umaragyanbhandar.com

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