Book Title: Jinagam Katha Sangraha
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Kasturbhai Lalbhai Smarak Nidhi Ahmedabad

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Page 12
________________ प्रकाशक का निवेदन प्रस्तावना • अनुक्रमणिका प्राकृत भाषा का साधारण परिचय प्राकृत भाषा का व्याकरण १ पाए उक्खित्ते २ धुत्तो सियालो ३ संसयप्पा विणस्सई ४ सज्जणवज्जा ५ भारियासीलपरिक्खा ६ उवासगे कुंडकोलिए ७ क्यध्धा वायसा ८ मित्तवजा ९ सुरपिओ जक्खो १० जामाउयपरिक्खणं ११ सद्दालपुत्ते कुंभकारे १२ गामिलओ सागडिओ Jain Education International • For Private & Personal Use Only 406 ७ ३५ ५० ५२ ५९ ६ १ ६८ ७४ ७६ ७८ ८१ ८४ ८९ www.jainelibrary.org

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