Book Title: Jinabhashita 2007 09
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 32
________________ श्री सेवायतन द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर । के लिए लौटा दिया है। राज्यपाल ने इस विधेयक को सम्पन्न संविधान के अनुच्छेद 25 का खुला उल्लंघन करने वाला हाल ही में मानव सेवा एवं ग्रामीण विकास के लिए | बताया। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से जैन और संकल्पित संस्थान 'श्री सेवायतन' द्वारा श्री सम्मेदशिखरजी | बौद्धों के विशेष धार्मिक दर्जे का ध्यान रखते हए विधेयक में आचार्य विद्यासागर आदर्श ग्राम बगदाहा एवं मुनि श्री | में उचित परिवर्तन करने के लिए भी कहा। उन्होंने प्रमाण सागर निरोगी ग्राम विरेनगड़डा, जो श्री सम्मेदशिखरजी | विधानसभा को विधेयक के प्रावधानों में बदलाव करने तीर्थक्षेत्र के समीप आदिवासी बाहल्य अत्यंत ही पिछडा | का निर्देश दिया। श्री शर्मा ने कहा कि अनुच्छेद 25 में क्षेत्र है वहाँ के शत प्रतिशत ग्रामीणों की चिकित्सा के लिए | उल्लिखित जबरन धर्मातरण से दूर रहने की स्वतंत्रता इस 24 जुलाई 2007 को चिकित्सा शिविर का आयोजन किया विधेयक से प्रभावित होती है। गया जहाँ करीब 1500 लोगों ने आकर चिकित्सा लाभ गुजरात के राज्यपाल द्वारा उठाये गये इस कदम की लिया। प्रत्येक परिवार को पारिवारिक चिकित्सा कार्ड दिया जैन समाज ने तीव्र प्रशंसा व खुशी जाहिर की है। जैन गया। समाज के प्रत्येक वर्ग को चाहिए की वह गुजरात के श्री सेवायतन द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में | मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर राज्यपाल के निर्णय को समर्थन आये हजारों ग्रामीण, जिले के सभी वरीय पदाधिकारी, तथा | दें तथा राज्यपाल महोदय को आभार पत्र भेजकर धन्यवाद देश-प्रदेश से आये (दिगम्बर जैन) विशिष्ट जनों को ज्ञापित करें। सम्बोधित करते हुए मुनि श्री प्रमाणसागर जी महाराज ने सुनील जैन 'संचय' शास्त्री (नरवां) अपने आर्शीवचन में कहा कि हर व्यक्ति को मानव सेवा | __ जैन काशी कारंजा में चातुर्मास मंगल कलश एवं ग्रामीण विकास के इन कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर पूरी की स्थापना निष्ठा एवं सेवाभाव से आगे आना चाहिए। इस अवसर महाराष्ट्र की धर्मप्रिय नगरी जैन काशी में महत् पर जिला दंडाधिकारी गिरिडीह उपविकास आयुक्त गिरिडीह, | पुण्योदय से परमपूज्य संत शिरोमणी जैनाचार्य 108 श्री एस-पी गिरिडीह ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे महान् | विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य पूज्य मुनिश्री कार्यों में जिला प्रशासन सदैव सहयोग करेगा। उन्होंने कहा | 108 समतासागर जी महाराज तथा 105 ऐलक श्री कि श्री सेवायतन द्वारा सेवाभाव के साथ जो कार्य किये निश्चयसागर जी महाराज का चातुर्मास मंगल कलश जा रहे हैं वे प्रशंसनीय ही नहीं अनुकरणीय भी हैं। सभा | स्थापना समारोह रविवार दिनांक 29 जुलाई 2007 को को आस्था टीवी के प्रबंध निदेशक, श्री संतोष सेठी एवं | स्थानीय श्री मूलसंघ चंद्रनाथस्वामी दिगम्बर जैन मंदिर में भागचंद पहाड़िया कलकत्ता ने भी संबोधित किया। । | अतिभव्यता पूर्वक धर्मप्रभावना के साथ सम्पन्न हुआ। राजकुमार जैन, महामंत्री इस अवसर पर श्री भक्तामर स्तोत्रपर पूज्य मुनिश्री श्री सेवायतन मधुबन | 108 समतासागर जी महाराज द्वारा रचित दोहानुवाद और उपाध्याय श्री ज्ञानसागर जी का चातुर्मास । अन्वयार्थ तथा भावार्थ सहित एक सुंदर कृति का विमोचन जबलपुर में उपस्थित विशिष्ट कार्यकर्ताओं ने किया। इस कति को परमपूज्य सराकोद्धारक उपाध्यायरत्न श्री 108 | प्रकाशित करने का सौभाग्य श्री रूपेन्द्र मोदी परिवार नागपुर ज्ञानसागर जी महाराज के ससंघ पावन वर्षायोग की विधिवत् | को मिला। स्थापना संस्कारधानी जबलपुर स्थित जूड़ी तलैया, फूटा | ब्यावर की धर्मनिष्ठा श्रीमती चन्द्रकान्ता गदिया ताल में हजारों की जनमेदनी के मध्य की गई। स्वर्गस्थ पंकज कुमार जैन, मेरठ ब्यावर दिगम्बर जैन पंचायत एवं ब्यावर महासभा गुजरात के राज्यपाल ने विवादास्पद विधेयक के अध्यक्ष, ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र नारेली के उपाध्यक्ष, चैम्बर लौटाया ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज एवं लघु उद्योग संघ, ब्यावर गुजरात के राज्यपाल नवल किशोर शर्मा ने गुजरात | के यशस्वी अध्यक्ष अजमेर जिले के प्रख्यात उद्योगपति धार्मिक स्वतंत्रता संशोधन विधेयक 2006 को पुनर्विचार | एवं समाजसेवी जिनेन्द्रभक्त श्री शान्तिलाल जी गदिया की 30 सितम्बर 2007 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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