Book Title: Jinabhashita 2007 03
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

View full book text
Previous | Next

Page 34
________________ ----- समाचार पत्रिका पढ़नेवालों से अनुरोध | 4. शिक्षा --------- पिछले दिनों 16 फरवरी को भाग्योदय तीर्थ प्राकृतिक | 5. अन्य कोई योग्यता --------------- चिकित्सालय, सागर में परम पूज्य गरुवर आचार्य श्री। 6. पूरा पत्र व्यवहार का पता --- विद्यासागर जी महाराज के संसघ सान्निध्य में प्रथम अखिल ग्राम----------------- पो.------- भारतीय जैन महिला सम्मेलन' का आयोजन किया गया। जिला------- राज्य------पिन कोड जिसमें पुरे भारत वर्ष से करीब 10,000 महिलाओं ने हिस्सा 7. फोन नं. कोड सहित ---------- मो. नं. ------- | लिया। इस महिला सम्मेलन में महिलाजगत् से संबंधित | 8. बच्चों की संख्या यदि हो तो ------ विषयों पर भारतवर्ष के श्रेष्ठ महिला वक्ताओं द्वारा अपनी । बच्चों की उम्र क्रमश :----- बात रखी गई और अंत में महिला सम्मेलन में आई महिलाओं | 9. पति की मृत्यु कब हुई ------- कैसे हुई ------ | द्वारा एक स्वर में विधवाओं एवं परित्यक्ता महिलाओं की 10. आप पति से कितने वर्षों से अलग रह रही हैं ----- आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा करने का संकल्प लिया। उसी संकल्प को पूरा करने हेतु 'एक जैन विधवा एवं | 12. क्या आपका कोई प्रकरण न्यायालय में चल रहा हैपरित्यक्ता सर्वे' का कार्य किया जाना है। अतः आप पत्रिका | यदि हाँ तो- कौन सा------ ------- के पाठकों से अनुरोध है कि आपके घरों में कार्य करनेवाली | 13. क्या आप स्वयं कमाना चाहती है- हाँ/नहीं- यदि कमाना जैन महिला कर्मचारी या आसपड़ोस में रहनेवाली कोई जैन चाहती है तो कितना -------- महिला जो कि विधवा या परित्यक्त है आप उस तक इस | 14. आप किस प्रकार की नौकरी करना चाहती हैं- 1. पत्रिका में छपे हए फार्म को भिजवा कर उस महिला को शिक्षिका, 2. कम्प्यूटर कार्य 3. जागरूक करें कि वो इस सर्वे के कार्य में शामिल हो और 4.नर्सेज एवं पैथोलॉजी 5. रिसेप्शनिस्ट एवं क्लर्क कार्य आप भी एक जैन समाज के कार्यकर्ता होने के नाते इतना 6. प्राकृतिक चिकित्सा संबंधी कार्य 7.औषधि निर्माण योगदान इस महान कार्य में देवें। हमें जैसे ही विधवा और ___ संबंधी कार्य 8.अन्य जो आपको पंसद हो --- परित्यक्ताओं की जानकारी प्राप्त होगी हम उनसे संबंधित | 15. क्या आप समाज द्वारा उपलब्ध कराई जा रही जीविकोसरक्षित रोजगार के साधनों को उपलब्ध करायेगें और उन्हें पार्जन को करना चाहेंगी- हाँ / नहीं। आत्मनिर्भर बनाते हुए सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेंगे। यह | 16. आप क्या वर्तमान में घर छोड़कर नौकरी करने तैयार सहयोग करना न भूलें। आप चाहें तो इस विषय को मंदिर | हैं- हाँ / नहीं। जी में लगा सकते हैं। और फार्म की फोटोकापी कराकर 17. क्या आप अभी कोई कोर्स करना चाहती हैं- हाँ/नहीं वितरित कर सकते हैं। यदि हाँ तो कौन सा -------- ------ पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने प्रथम आप उपर्यक्त जानकारी भरकर स्वयं एक लिफापे में बार इन महिलाओं के उद्धार को लेकर चिंतन किया है और | निम्न पते पर पोस्ट करें। उन्हीं की भावनाओं को फलीभूत करने हेतु यह प्रथम चरण | डॉ.रेखा जैन, भाग्योदय तीर्थ प्राकृतिक चिकित्सालय, है। कृपया आप अपने आस-पास केवल विधवा और | खुरई रोड, सागरम.प्र.- पिन 470001, मो.नं. 09425171671, परत्यिक्ता महिलाओं को तलाश कर इस सर्वे कार्य को पूर्ण | 07582-201441। करने में सहयोग देवें एवं इस कार्य में आपके सुझाव एवं श्री विद्यार्थी पदोन्नत, दमोह ए. एस. पी. बने सहयोग भी आमंत्रित हैं। अधिक जानकारी के लिए लिखें या फोन करें शासन ने छतरपुर निवासी श्री तुषारकांत विद्यार्थी एस.डी.ओ.पी. इटारसी जिला होशंगाबाद को पदोन्नत कर रोजगारमूलक एवं आर्थिक सहायता हेतु दमोह जिले का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया केवल विधवा एवं परित्यक्ताओं के लिए है। श्री विद्यार्थी पूर्व विधायक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व 1. विधवा/परित्यक्ता महिला का पूरा नाम ---------|| साहित्यकार स्व.डॉ.नरेन्द्र विद्यार्थी एवं सेवानिवृत्त प्राध्यापिका 2. पति का नाम------ डॉ. रमा जैन के पुत्र हैं। 3. जन्मतिथि------------ उम्र वर्तमान में ------|| इं.सुनील बड़कुल, छतरपुर 32 मार्च 2007 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 32 33 34 35 36