________________
समाचार
गोबर गैस से हेलिकॉप्टर उड़ाने का प्रोग्राम । ऐतिहासिक निर्णय दिया कि बूढ़ा गोवंश (गाय, बैल, साँड़
श्री अहिंसा आर्मी ट्रस्ट के ब्रह्मचारी अमृत के.जैन | आदि) राष्ट्र के लिए उपयोगी है। इसका वध नहीं किया इंजीनियर अपने उदयपुर स्थित शोध केन्द्र, कार्यशाला में | जाना चाहिए। इसके वध पर प्रतिबंध लगाना उचित है। पिछले कुछ वर्षों से गोवंश के गोबर व मूत्र से उत्पन्न बायो गोवंश के गोबर-मूत्र को आधार बनाकर विकसित गैस को 99 प्रतिशत तक परिष्कृत करने के अपने प्रोजेक्ट | तकनीक के फलस्वरूप आय.टी.पी.ओ. ने ब्रह्मचारी जैन पर काम कर रहे हैं, ताकि इस गैस से हेलिकॉप्टर उड़ाने का | को 27 नवम्बर, 2005 को विशेष पुरस्कार प्रदान किया था। प्रदर्शन कर सकें। इस अभियान को साकार करने की दिशा | दिल्ली में इसी 14 से 27 नवम्बर तक आयोजित विश्व में आपने विशिष्ट पोलिथीन से निर्मित बेलनाकार डायजैस्टर | व्यापार मेले में ए-46 स्टाल पर आपके द्वारा निर्मित सयंत्र के माध्यम से 65 प्रतिशत तक शुद्ध बायोगैस और उपजाऊ | प्रदर्शित किए गये थे। जैविक खाद बनाने में सफल ता पा ली है। मात्र दो पशुओं
सम्पर्कके गोबर तथा मूत्र को डायजैस्टर तथा गोबर व गोमूत्र के
श्री ए.के. ब्रह्मचारी घोल को बिलौनेवाली मशीन का उपयोग करके किसान
मो. 09350516037 प्रतिदिन रु. 100/- अतिरिक्त कमा सकता है। डायजैस्टर में
प्रेषक- निर्मलकुमार पाटोदी, इन्दौर लगी एक नली गोबर, मूत्र, पानी आदि का मिश्रण डालने के
परीक्षा परिणाम घोषित लिए है। मिश्रण को डायजैस्टर में डालने पर पहली बार 45
भारतवर्षीय दिगम्बर जैन प्रशासकीय प्रशिक्षण संस्थान, दिन में तथा बाद में 8 घंटों में गैस निर्माण होती है। डायजैस्टर | जबलपुर म.प्र. से 2003-04 की मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग के दूसरे भाग में लगी एक अन्य नली से जैविक खाद तरल | द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रविष्ट 81 प्रशिक्षणार्थियों अवस्था में अपने आप निकलता रहता है। डायजैस्टर के में से 79 प्री की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। इन्होंने मुख्य परीक्षा ऊपरी हिस्से में स्थित नली से गर्म गैस निकलती है, जिसे | में भाग लिया था, जिसमें 32 प्रशिक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
एड. अजित जैन सिलेण्डर में भरा जा सकता है। दो पशुओं के गोबर-मूत्र के
निदेशक - प्रशा. प्रशि. संस्थान, जबलपुर लिए निर्मित डायजैस्टर की कीमत मात्र रु. 1200/- है।
शोक समाचार मिश्रण-घोल बिलौने वाली मशीन की कीमत अलग से है।
श्री रतनलाल जी नृपत्या जयपुरवाले आत्मसाधना जैविक खाद को दो रुपये किलो बेचा जा सकता है। डायजैस्टर
शिक्षण शिवर में भाग लेने के लिए ईसरी (झारखंड) गए से निर्मित गैस से चूल्हा व वल्ब जल सकता है। ट्रस्ट द्वारा
थे। लौटते समय पारसनाथ स्टेशन पर ट्रेन में चढते समय निर्मित बहूपयोगी किसान वाहन भी चल सकता है। इस गैस
पाँव फिसल जाने से दुर्घटना ग्रस्त हो गए और वहीं उनका से श्री जैन अपना "अहिंसा विजय रथ" (मारुति कार) भी
दुखद निधन हो गया। श्री नृपत्या जी आ.भा.दि. जैन महा चलाते हैं।
समिति के राजस्थान प्रांत के अध्यक्ष थे एवं अन्य अनेक ब्रह्मचारी इंजीनियर श्री जैन, जैनाचार्य श्री विद्यासागरजी
धार्मिक सामाजिक संस्थाओं से संबद्ध थे। पूर्व में श्री पद्मपुरा के अनन्य भक्त हैं। आचार्य श्री के उपदेश, प्रेरणा, आशीर्वाद |
अतिशय क्षेत्र के मंत्री भी रहे थे। वे अत्यंत सात्त्विक एवं से ही इस जीवदया अभियान में आप अपना घर-परिवार
सरलवृत्ति के धार्मिक सज्जन थे। गत 4-5 वर्षों से प्रतिवर्ष त्याग कर समर्पित हैं। आचार्य श्री विद्यासागर जी के चरणों
ईसरीशिविर में भाग लेने ईसरी आते थे। श्री नृपत्या जी के में अपना शेष जीवन समर्पित कर चुके ब्रह्मचारी श्री ए.के. |
निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। हम भावना भाते जैन ने उनके आशीर्वाद तथा जीवदयाप्रेमियों के सहयोग से |
हैं कि उनकी आत्मा को सद्गति प्राप्त हो और वे धर्म के अपने अहिंसा ट्रस्ट के माध्यम से गुजरात सरकार के साथ |
मार्ग पर आगे बढकर शीघ्र मुक्ति प्राप्त करें। मिलकर सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमा लड़ा। फलस्वरूप 7 न्यायाशीधों की संविधान पीठ ने 25 अक्टूबर, 2005 को
संपतलाल छाबड़ा
32 जनवरी 2007 जिनभाषित
-
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org