Book Title: Jinabhashita 2004 09
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

View full book text
Previous | Next

Page 33
________________ समाचार गिरनार पर्वत पर विशेष | अन्याय नहीं होने देगी। जैन समाज की प्रतिनिधि संस्थाओं के इस प्रतिनिधि जैन समाज के साथ पूरा न्याय होगा-नरेन्द्र मोदी | मंडल ने मुख्यमंत्री जी के प्रति इस आश्वासन के लिए ___जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान की निर्वाण आभार व्यक्त किया। स्थली गिरनार पर्वत की 5वीं टोंक के मूल स्वरूप में अभी | प्रतिनिधि मंडल ने गुजरात के नव नियुक्त राज्यपाल हाल में ही किये गये अनाधिकृत परिवर्तन/निर्माण को हटाये | महामहिम पंडित नवल किशोर जी शर्मा से भी भेंट की जाने के संबंध में भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी, | और उन द्वारा पूर्व में उनसे भेंट करने आये प्रतिनिधि मंडलों मुंबई के नेतृत्व में समाज की सभी राष्ट्रीय संस्थाओं के | के ध्यान आकर्षित करने पर सरकार द्वारा त्वरित निदानात्मक प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार 21 अगस्त, | कदम उठाये जाने एवं आगामी सकारात्मक कार्यवाही के 2004 को गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। | प्रति आश्वस्त किये जाने पर, समूचे जैन समाज की ओर से कमेटी के उपाध्यक्ष श्री नरेश कुमार सेठी के नेतृत्व में | आभार एवं कृतज्ञता ज्ञापित की गई। प्रतिनिधि मण्डल में भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थ संरक्षिणी व्यवस्थापक, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी महासभा के अध्यक्ष श्री निर्मल कुमार सेठी, दिगम्बर जैन महासमिति गुजरात प्रांत के अध्यक्ष अमृतभाई मेहता, तीर्थक्षेत्र | प.पू. मुनि श्री समतासागर जी का पावन वर्षायोग कमेटी के महामंत्री श्री अरविन्द रावजी दोशी, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन परिषद की ओर से श्री रतनलाल नृपत्या, श्री _ 'अतिशय पूर्ण बड़े बाबा देवाधिदेव श्री 1008 पार्श्वनाथ बंडीलालजी दिगम्बर जैन कारखाना (ट्रस्ट) जूनागढ़ की जी भगवान' से शोभायमान धर्मविनगरी सिवनी में परमपूज्य ओर से श्री सुरेश जैन तथा गुजरात की अन्य संस्थाओं के दिगम्बर जैन आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रतिनिधि शामिल थे। परमप्रभावक शिष्यद्वय 'परमपूज्य मुनिवर श्री 108 ___प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री को जैन धर्मानुयायियों | समतासागर जी महाराज एवं परमपूज्य ऐलक श्री 105 के लिए गिरनार पर्वत की महत्ता और उस पर सदियों से निश्चयसागर जी महाराज का चातुर्मास सम्पन्न हो रहा है। जैन धर्मानयायियों द्वारा की जा रही पजा अर्चना की जानकारी नोट : सिवनी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रम.7 पर नागपुर-जबलपुर देते हए बताया कि इस वर्ष अप्रैल-मई माह में कतिपय के मध्य स्थित है। नगर में तीन भव्य जिनालय हैं। अराजक तत्त्वों द्वारा किये गये अनाधिकृत निर्माण और संपर्क सूत्र : भगवान नेमिनाथ के चरण चिन्ह के पीछे दत्तात्रेय की नई | > श्री दिग. जैन पंचायत कमेटी, दिग. जैन धर्मशाला सिवनी, मूर्ति स्थापित करने तथा भगवान नेमिनाथ की पर्वत पर | फोन-07692-220748 उकेरी मूर्ति से छेड़छाड़ करने संबंधी कार्यवाहियों से जैन > डॉ. धरम चन्द्र जैन, संयोजक-चातुर्मास कमेटी, सिवनी, धर्मानुयायियों में भारी आक्रोश है। प्रतिनिधिमंडल ने अपने फोन - 07692-220642 आस्था स्थल पर किये गये अनाधिकृत एवं अवैधानिक निर्माण को हटाकर पुनः पूर्व स्थिति कायम करने की प्रार्थना | आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी का ससंघ चातुर्मास की। प्रतिनिधि मंडल ने यह भी बताया कि 'द प्लेसेज | | आध्यात्म जगत के ज्योतिर्मय सूर्य जिनशासन युग प्रमुख ऑफ वर्शिप (स्पेशल प्रोविजन्स) एक्ट 1991' के प्रावधानों | महाकवि निग्रन्थाचार्य गुरूवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के कारण किसी प्रकार का फेरबदल नहीं किया जा सकता।। के पावन पुनीत पद पंकजों से अभिस्पर्शित भोपाल में माननीय मुख्यमंत्री जी ने प्रतिनिधि मंडल को पूरे ध्यान के | उनकी सुयोग्य शिष्यायें- आर्यिका रत्न श्री मृदुमति माताजी, साथ सुना और यह आश्वस्त किया कि उनकी सरकार जैन | आर्यिका श्री निर्णयमति माताजी, आर्यिका श्री प्रसन्नमति धर्मानुयायियों के साथ गिरनार पर्वत पर किसी प्रकार का | माताजी तथा प्रसिद्ध प्रवचनकी विदषी बहिन बा.ब्र. श्री - सितम्बर 2004 जिनभाषित 31 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 31 32 33 34 35 36