Book Title: Jinabhashita 2002 09
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 33
________________ पृष्ठ 32 का शेषांश चिह्न वस्तुओं पर दर्शाने का नियम लागू हो जाने के बावजूद के ऊपर नहीं दर्शाते हुए पृष्ठ भाग पर दर्शाया है। पापुलर बेकवेल, | जिन उत्पादों पर चिह्न नहीं दिखे उसकी सुचना अपने क्षेत्र के जबलपुर ने अपने पापुलर फ्रूट केक' उत्पाद में अण्डों का उपयोग | खाद्य/औषधि निरीक्षकों, उपभोक्ता फोरम मंत्री, सांसद, विधायकों होने पर न भूरे रंग का चिह्न लगाया है न उत्पाद बनाने व उसकी आदि से शिकायत करके दी जानी चाहिए। इस सवाल पर वकीलों मियाद की तारीख दी है। को भी सतर्क रहते हुए स्वयं वैधानिक पहल करना चाहिए। विशेषकर शाकाहारी उपभोक्ताओं के हित में शाकाहारी अब तक खाद्य पदार्थों पर सिर्फ चिह्न प्रकाशित होने से वस्तुओं को हरा चिह्न देखकर ही खरीदने की जानकारी मिलना | कई उपभोक्ता शाकाहारी/माँसाहारी होने की पहचान नहीं कर पाए नितांत आवश्यक है। विभिन्न सामाजिक संगठनों, संस्थाओं को | हैं। काली स्याही से छपे चिह्न से तो शाकाहारी/माँसाहारी की जो शाकाहार में विश्वास रखते हैं, उन्हें चाहिए कि वे पत्र पहचान संभव नहीं है। इस संबंध में सागर (म.प्र.) के संसद पत्रिकाओं में विज्ञापन से, प्रचार पट्ट लिखवाकर, पर्चे वितरित सदस्य श्री वीरेन्द्र कुमार, जो सांसद की स्वास्थ्य एवं परिवार करके टी.वी. केबल, सिनेमा स्लाईड्स पर शाकाहारी चिह्न की कल्याण समिति के सदस्य हैं, ने स्वास्थ्य मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा के समक्ष विभाग की 5 जुलाई की बैठक में सुझाव दिया कि खाद्य उपयोगिता का प्रचार करावें। सन्तों को चिह्न संबंधी जानकारी पदार्थों के डिब्बों/पैकेटों पर हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं में स्पष्ट देकर उनके व्याख्यानों से भी प्रचार हो सकता है। मतलब यह है रुप से शाकाहारी/माँसाहारी लिखा जाना चाहिए। सुझाव को कि शाकाहार की भावना के हित में जैसे भी संभव हो हरे रंग के व्यावहारिक मानते हुए स्वास्थ्य मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने खाद्य पैकेटों चिह्न की उपयोगिता और भूरे रंग के चिह्न वाले खाद्य पदार्थों से पर शाकाहारी/माँसाहारी अनिवार्य रुप से लिखने व क्रियान्वित बचने की जानकारी सामान्यत: हर आदमी तक पहुँचाने की कोशिश | करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को तत्काल दे दिया। की जाना आवश्यक है। सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर से जनहितार्थ जारी भगवान् महावीर स्वामी के नाम पर मार्ग का नामकरण व सीमेंट कांक्रीट मार्ग का लोकार्पण भगवान् महावीर स्वामी के 2601 वें जन्म जयन्ती | कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में वर्ष में सिराज जिला (विादशा) म 2 कायक्रम सम्पन्न हुय। भोपाल से आये हुये भगवान् महावीर स्वामी 2600वें जन्म शताब्दी प्रथम पूर्व सांसद श्री राघव जी भाई की सांसद निधि से समारोह के राज्य स्तरीय सदस्य एवं दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सिंचाई विभाग द्वारा जैन बड़े मंदिर के सामने घेतल गली में सम्मेद शिखर जी ट्रस्ट के मंत्री शरद जैन भोपाल ने समाज के निर्मित सीमेंट कांक्रीट मार्ग का लोकार्पण हुआ। द्वितीय, बुजुर्गों एवं अध्यक्ष के मार्गदर्शन में युवा मण्डल के कार्यों की इसके पश्चात् सिरोंज नगर पालिका द्वारा घेतल गली में अतिशय क्षेत्र नसिया जी तक के मार्ग का नाम भगवान् महावीर स्वामी सराहना करते हुए अनुकरणीय बताया। उल्लेखनीय है कि युवा मार्ग रखा गया। उपर्युक्त दोनों कार्यक्रम नामकरण एवं लोकार्पण मण्डल सिरोंज द्वारा स्थानीय शासकीय अस्पताल में एक वार्ड करते हुये मुख्य अतिथि पूर्व सांसद श्री राघवजी भाई ने कहा | की गोद लेकर उसका नामकरण भी भगवान् महावीर स्वामी के कि भविष्य में समाजहित में जो भी कार्य मेरे द्वारा संभव होंगे। नाम पर किया गया। शरद जैन भोपाल ने बताया कि शासन के उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा करूँगा। कार्यक्रम की निर्देशनुसार प्रत्येक शहर, पंचायत, ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा अध्यक्षता करते हुये क्षेत्रीय विधायक श्री लक्ष्मीकांत शर्मा जी नामकरण के कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाये (सम्पर्क ने भरपूर यथासंभव सहयोग देने की घोषणा की और कहा शरद जैन, 47, मारवाड़ी रोड़, भोपाल फोन 543522)। कि मैं भी समाज का एक अंग हूँ। पूर्व सांसद एंव विधायक शरद जैन जी ने दिगम्बर जैन समाज, सिरोंज द्वारा धार्मिक, सामाजिक 80 जनकपुरी, जुमेराती, भोपाल -सितम्बर 2002 जिनभाषित 31 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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