Book Title: Jainagam Siddh Murtipuja
Author(s): Bhushan Shah
Publisher: Chandroday Parivar

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Page 343
________________ सहय जगह जगह निर्मित स्थानकवासी समाधिमन्दिर..... ( प्रभु के कल्याणको की जगह निर्मित तीर्थो में जाने का निषेध करने वाले खुद के गुरु समाधि मन्दिर कैसे बना लेते है ?... ) नमो अरिहंताणं नमो सिद्धां नमो आपरियाण नमो वाणं नमो लोए सव्यसाहू एनकारी सत्य पावणासो मंगला ग मंगलम 15 O Jan Education International (अर्चना धाम, अजमेर वाचार्य मधुकर मुनिज गुरू मधुकर बड़े उपकारी हैं अर्चना गुरुणी की महिमा बड़ी भा पू. आर्चनाजी की समाधि स्थल - अजमेर Pig THUN For Personal & Private Use Only कसरी पावन धान ATH FROM पावनधाम - जैतारण Sred ADARY 300 2004 www.jainelibrary.org

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