Book Title: Jain evam Bauddh Yog
Author(s): Sudha Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 336
________________ ३२२ जैन एवं बौद्ध योग : एक तुलनात्मक अध्ययन तत्त्वार्थसूत्रम् हरिभद्र, श्रेष्ठी ऋषभदेव जी, केसरीमल जी, जैन श्वेताम्बर संस्था, रतलाम, १९३६ तत्त्वार्थाधिगमभाष्य, भाग-२ सिद्धसेन गणि, जीवनचंद साकरचंद झवेरी, सूरत, १९३० तत्त्वानुशासन श्री रामसेनाचार्य, संपा० जुगलकिशोर मुख्तार, प्रका० वीर सेवा मंदिर ट्रस्ट, २१, दरियागंज, दिल्ली, १९६३ द्रव्यसंग्रह नेमिचंद्र सिद्धान्त चक्रवर्ती, देहली, १९५६ दशभूमिकसूत्रम् सम्पा०-डॉ० पी० एल० वैद्य, मिथिला विद्यापीठ, दरभंगा, १९६७ दशवैकालिक श्री शयंभवसूरि, अगरचंद भैरोदान सेठिया, जैन संस्था, बीकानेर, वी०नि०सं० २४७२ दशवैकालिक (हि०अनु०) स्था० जैन कान्फ्रेंस, बम्बई । दीघनिकाय पं० राहुल सांकृत्यायन, भिक्षु जगदीश काश्यप, महाबोधि सभा, सारनाथ, वाराणसी दीघनिकाय (अनु०) पं० राहुल सांकृत्यायन, भारतीय बौद्ध शिक्षा परिषद, बुद्ध विहार, लखनऊ, १९७१ दीघनिकाय नालन्दा-देवनागरी-पालिग्रन्थमाला, नालन्दा, बिहार, १९५८ (अनु०) पं० राहुल सांकृत्यायन, बुद्ध बिहार, लखनऊ धम्मपद धर्मरक्षित,मास्टर खेलाड़ी लाल एण्ड सन्स, बनारस, १९५३, धम्मसंगणि (पालि) नालन्दा-देवनागरी-पालिग्रन्थमाला, नालन्दा, बिहार, १९६० धर्मामृत (अनगार एवं सागार)पं० आशाधर, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई, १९१७ ध्यान विचार सम्पादक-पं०गिरीश कुमार परमानन्द साह, हिन्दी अनु० श्री जिनश्री जी म० सा०, प्रकाशक-जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई, संस्करण-प्रथम मई, १९८६ ध्यानशतक जिनभद्र क्षमाश्रमण विरचित, (अनु०) मुनि दुलहराज, आदर्श साहित्य संघ प्रकाशन, चूरू (राज), १९७२ ध्यान-सम्प्रदाय डा० भरत सिंह उपाध्याय, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, धम्मपद Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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