Book Title: Jain evam Bauddh Yog
Author(s): Sudha Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
View full book text
________________
महावग्गो
मूलाचार
मूलाराधना मिलिन्दपह
मिलिन्दपञ्ह
योगदर्शन (व्यासभाष्य )
योगदृष्टिसमुच्चय
योग प्रदीप
योग प्रदीप
योगबिन्दु योगबिन्दु
योगबिन्दु के परिप्रेक्ष्य में
योग साधना का
समीक्षात्मक अध्ययन योगशास्त्र - एक परिशीलन योगशास्त्र
योगशास्त्र
योगसार
रत्नकरण्डकश्रावकाचार
ललितविस्तर
ललितविस्तर
विनयपिटक
विभंगपालि
Jain Education International
नालन्दा- देवनागरी- पालिग्रंथमाला, नालन्दा, बिहार,
१९५६
वट्टकेर, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रंथमाला, बम्बई, वी०नि० सं० २४४१
शिवाचार्य, जैन पब्लिकेशन, करंजा, १९३५ बौद्ध भारती, वाराणसी, १९७१
आर. डी. वेडेकर, यूनिवर्सिटी ऑफ बाम्बे, बम्बई,
१९४०
ब्रह्मलीन मुनि, सूरत, १९५८
हरिभद्र, विजय कमल केशर ग्रन्थमाला, खम्भात, वि. सं०- १९९२
अज्ञात, जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई, १९६० मंगल विजय, हेमचन्द सावचन्द शाह, कलकत्ता, वी० नि० सं०२४६६
हरिभद्र, जैन धर्म प्रचारक सभा, भावनगर, १९११ हरिभद्र, जैनधर्म प्रचारक सभा, अहमदाबाद, १९३० जैन डॉ. सुव्रत मुनि शास्त्री, श्री आत्मज्ञानपीठ, मानसा मण्डी, भटिण्डा (पंजाब), १९९१
३२५
उपा० अमरमुनि, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १९६३ (हेमचन्द्र ) ऋषभचन्द जौहरी, किशनलाल जैन, दिल्ली, १९६३ (हेमचन्द्र ) अनु० - केशरविजय जी, विजय केशर ग्रन्थमाला, बम्बई, वि० सं० २४५०
योगीन्दुदेव, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, १९३७ समन्तभद्र, माणिकचन्द दि०जैन ग्रंथमाला, बम्बई, वि० सं० १९२६
डॉ० पी० एल० वैद्य, मिथिला विद्यापीठ दरभंगा, १९५८ शान्तिभिक्षु शास्त्री, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ अनु० पं० राहुल सांकृत्यायन, महाबोधिसभा, सारनाथ, १९३५
भिक्षु जगदीश काश्यप, पालि पब्लिकेशन बोर्ड, बिहार
-
-
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 337 338 339 340 341 342 343 344