Book Title: Jain Vidya 07
Author(s): Pravinchandra Jain & Others
Publisher: Jain Vidya Samsthan

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Page 109
________________ शिविर-आयोजन दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी द्वारा संचालित जैनविद्या संस्थान के तत्वावधान में गत जून मास में श्रीमहावीरजी में दो शिविरों का आयोजन किया गया जिनका विवरण निम्न प्रकार है 1. सदाचार शिक्षण शिविर-पाज के भौतिक युग में युवकों में नैतिक मूल्यों के संस्कार हढ़ करने हेतु गत 14 जून 87 से 21 जून 87 तक एक माठ दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन डॉ. जिनेश्वरदास जैन, सहायक निदेशक, सेंट्रल इन्स्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रोनिक्स, पिलानी ने किया। . .. . इस शिविर में जयपुर, कोटा, मुजफ्फरनगर और आगरा के 28 युवकों ने भाग लिया । इनमें 16 युवक नये थे, शेष ने गतवर्ष प्रायोजित शिविर में भी भाग लिया था। शिविरार्थियों को यौगिक व्यायाम, पूजा एवं प्रक्षाल. का व्यावहारिक ज्ञान, रत्नकरण्ड श्रावकाचार तथा भक्तामर स्तोत्र का अध्ययन कराया गया जिससे उनका शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास हो सके। श्रीमहावीरजी स्थित मुख्य मन्दिर की परिक्रमा में उत्कीर्ण भावचित्रों का कथ्य एवं मर्म प्रोवरहैड प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया गया । इस शिविर के प्रशिक्षक थे जैनदर्शन के विद्वान् श्री ज्ञानचन्द बिल्टीवाला, जयपुर, श्री राजकुमार छाबड़ा, जयपुर एवं डॉ. कुसुम शाह, जयपुर । यौगिक व्यायाम के प्रशिक्षक थे डॉ. ईश्वरचन्द्र शर्मा, श्रीमहावीरजी । 2. अपभ्रंश भाषा प्रशिक्षण शिविर-अपभ्रंश व्याकरण के अध्ययन एवं पांडुलिपि सम्पादन हेतु संस्थान ने गत वर्ष भी एक दस दिवसीय शिविर का आयोजन किया था । इस वर्ष भी उन्हीं विद्यार्थियों/प्रशिक्षणार्थियों को गहन प्रशिक्षण देने हेतु गत जून मास में एक दस दिवसीय शिविर का आयोजन किया जिसका उद्घाटन हिन्दी के प्रसिद्ध विद्वान् डॉ. रामगोपाल शर्मा 'दिनेश', प्रोफेसर एवं डीन, हिन्दी विभाग, सुखाड़िया विश्वविद्यालय,

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