Book Title: Jain Vidya 03
Author(s): Pravinchandra Jain & Others
Publisher: Jain Vidya Samsthan

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Page 116
________________ इस अंक के सहयोगी रचनाकार 1. गे० मादित्य प्रचण्डिया 'बीति'-जन्म-20 दिसम्बर, 1953 । एम.ए. (स्वर्णपदक प्राप्त), पीएच डी. । कवि, लेखक एवं समीक्षक । अनेक लेख एवं पुस्तकें प्रकाशित । रिसर्च एसोसिएट, हिन्दी विभाग–क. मु. भाषाविज्ञान एवं हिन्दी विद्यापीठ, आगरा । इस अंक में—पुष्पदंत काव्य में प्रयुक्त 'लक्ष्मी'। सम्पर्क सूत्र-मंगलकलश, 394, सर्वोदय नगर, आगरा रोड, अलीगढ़-202001 (उ. प्र.)। 2. ग. कमलचन्द सोगाणी-जन्म-15 अगस्त, 1928 । बी.एससी., एम.ए.,पीएच.डी. । प्रो.-दर्शनशास्त्र, मो.ला. सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर । अनेकों पुस्तकों के लेखक । देश-विदेश के अनेकों सम्मेलनों में पत्रवाचन । कई सामाजिक संस्थानों से संबद्ध । “जैनविद्या' के सम्पादक-मण्डल के सदस्य । इस अंक में-गायकुमारचरिउ में प्रतिपादित जीवनमूल्य । सम्पर्क सूत्र-टीएच. 4; स्टॉफ कॉलोनी, यूनिवर्सिटी न्यू कैम्पस, उदयपुर । 3. गॅ० कस्तूरचंद 'सुमन'--जन्म 12 अप्रैल, 1936 । एम.ए. (संस्कृत, प्राचीन इतिहास एवं स्थापत्य, पालि-प्राकृत), शास्त्री, काव्यतीर्थ, साहित्यरत्न, बी.एड., पीएच.डी. । शोध-सहायक-जनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी। इस अंक में-णायकुमारचरिउ की सूक्तियां और उसका अध्ययन । सम्पर्क सूत्र-जैन विद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी (राज.) 322220 । 4. गॅ० गजानन नरसिंह साठे-जन्म-1 फरवरी, 1922 । एम.ए. (मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी), पीएच.डी., बी.टी., साहित्यरत्न । अनेकों हिन्दी, मराठी एवं गुजराती पुस्तकों के अनुवादक तथा लेखक । भूतपूर्व प्राचार्य । इस अंक में-णायकुमारचरिउ : एक आद्यन्त जैन-काव्य । सम्पर्क सूत्र-1472, सदाशिव पेठ, परांजपे सदन, पुणे (महाराष्ट्र)-411030 । 5. श्री जवाहिरलाल जैन-जन्म 1909 । एम.ए. (राजनीति एवं इतिहास) । सर्वोदयी विचारक, लेखक, पत्रकार एवं शोधक । भूतपूर्व उपाचार्य । अनेक पत्र-पत्रिकाओं के प्रबन्ध-सम्पादक । वर्तमान में मंत्री, राजस्थान खादी संघ, निदेशक कुमारप्पा ग्राम स्वराज्य शोध संस्थान, जयपुर एवं अन्य अनेकों संस्थाओं के पदाधिकारी । इस अंक में-जसहरचरिउ का काव्य-वैभव । सम्पर्क सूत्र-जीवन ज्योति, ए-21, बजाज नगर, जयपुर।

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