Book Title: Jain Tarka Bhasha
Author(s): Yashovijay Upadhyay, Sukhlal Sanghavi, Mahendrakumar Shastri, Dalsukh Malvania
Publisher: Saraswati Pustak Bhandar Ahmedabad

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Page 98
________________ परिशिष्टानि । १. जैनतर्कभाषागतानां विशेषनाम्नां सूची । अग (आचारादि)२. २९. । पूर्वफल्गुनी १७.१४,१८. अङ्गप्रविष्ट ७. ३, ११, १८. पूर्वभद्रपदा १८.१. अद्वैतवादिदर्शन २४.१८. प्रभाकरमत २.२. इन्द्र २३.१५, ७, २४. २५. बाह्याा पलापिन् १.८. उत्तरभद्रपदा १८.१. बौद्ध ११. ९, १२. ९, १३. २०१४. 143 ऐरावत (क्षेत्र) ७.१४. भरणि १७.२, ३. कल्याण विजय २१. ८ २५.८; २६. ९. भरत (क्षेत्र ) ७.१४. कान्यकुब्ज १६.२४. भादृ१०.१. भाष्यकार२६.४. काशी ३०.११. भाष्य ग्रन्थ १५.५. कृत्तिका १६.२८, ९७.१.३. चार्वाक २५.१९. मघा १७. १८. चार्वाक दर्शन २४. १९. महाविदेह (क्षेत्र) ७. १६. चित्रा १७. २९. मातुलिङ्ग १७.४. मित्रा १८.२७. जिन १.१%3;३.२३. जिनदत्त.१२. मीमांसक १.७.. जिनभद्रगणिन् २१. २०,२७. १५. मृगशिरस् १७. १३. जीत विजय २१.९; २५.९:२६.१०३०.५. मृगशीर्ष १७ १८. जैन १७ १९. मेरु ३.२१. यज्ञदत्त २३.१.. जैनातभा पा २१. १०; २५.१२.१२. यशो वि जयगणिन् २१. १०,२५. १०,२६.15 शानापद्वैतवा दिन १.८. ३०.११. हवायंटीका २६.२. रोहिणी १७. १३७. तभाषा १.२:३०.८९. लाभ विजय २१.०२५.,२६. ९. साथागत १५. १६, २४. २२. वासव २३.४. दिक्पट ८.२२. विजयदेव ३०.१. रष्टिवाद ७.14. विजयसिंह ३०.२. देवदत्त २३.१०. विशेषावश्यक २७.१९. धर्मभूषण ११. २५, १८. २९. वैशेषिक २५.१७. नयरहस्य २६.८. शकट १६. २८, १७.१२. नय विजय २१.९,२५.९,२६.१०३०.६१३. | शक्र २३.१; २४. २५. नैयायिक १०.१३,११. २२, १३. ४,१४.२६, शाक्य ६.१५. २४.१७. शाक्य शास्त्र १५.१८. पविजय २१.९, २५.१०; २६. १०३०...साङ्ख्य १३.२१ १५. २२; १८. १९. पनस १७.२७. साख्यदर्शन २५.16. परोक्ष बुद्धया दि वा दिन १. . सिद्धसेन २७. १५. पाटलिपुत्रक १६.२४. सुमेरु २२. १९,२०,२४. २३. पुरन्दर २३. २,२४. २५. सौगत १५. १२. पुष्यतारा १७. १३,१७. स्वाति १७.२९. १. परिशिष्टेषु स्थूलाहाः पृष्ठसूचकाः सुक्ष्माश्च पतिसूचकाः । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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