Book Title: Jain Tarka Bhasha
Author(s): Yashovijay Upadhyay, Sukhlal Sanghavi, Mahendrakumar Shastri, Dalsukh Malvania
Publisher: Saraswati Pustak Bhandar Ahmedabad

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Page 101
________________ जैनतर्कभाषागतानाम् उल्लेख २.५. | क्रियाशब्द २३.८,१०-१२ उतासामान्य ६.१. क्रियानय २३. २५. ऊह (प्रमाण) १०.२३, ११.३. क्रियानयामास २५.. ऋजु २२. १५. क्षयोपशम ४.४, ६.८, १३,७. ५; १७, १.. ऋजुमति ८.९,१. १४,१६. १२. ऋजुसूत्र (नय)२१.१९,२०, २२. १५,२३. क्षिन (मविज्ञान)५.०, १२,६ २०. २५,२४. ३,५,७,८, २७.११२१-२३. क्षेत्र ७.१५,१६,१६. २२, २३, ऋजुसूत्राभास २४. २२. गजनिमीलिका २२. 1. एकत्वज्ञान १०... गणधर ७. १९. एकान्तनित्य १५. ६. गमिक (श्रत) ७. २, १८. एकार्थसमायिन् २.१०. गुण २८.२१,२२. एकेन्द्रिय ७.७. गुण (कल्पना) ४.९. एवम्भूत (नय)२१. २०,२३. ३, ६,६४.११. गुणशब्द २३. ९. एवम्भूताभास २५.. गुणिदेश (कालादिगत) २०. १६, २२, २१. औदारिकशरीर ८.२५. भोपशमिक २८.१७. गौ २३.९. कथा १३. १२, १३, १८. प्रहण ४.१ १२. ३, ५. करणोडेख २.४. प्राम४.१. कर्मन् ८.१६, १८, घटनाम २७.४. कारक २२. 14,२०. घातिकर्मन् ८.२३. कारण १७.१७ चक्षुरादिजनित २.२.. कारण (हेत) १६.२४ चारित्र २३. २५, २७. कारणव १२.४. कारणानुपलब्धि १७. २५. चित्रज्ञान 8. १६. कारणान्तरसाकल्य १६.२७. व्यवमान ३. २९. कार्य (हेतु) १६.२१, २३. छमस्थ ३.२९८.२६. कार्य १७.१६ जाति (कल्पना) ४.९ कार्यानुपलब्धि १७.२५ जातिशब्द २३.८. जिगीषुकथा १३. १५. कार्षापण १६.८. काल २४.२२ जिज्ञासा १६.२१ काल (द्रव्यादिगत)७.१४,१६.१६. २२, २४. जिननाम २६. २८ काल (कालादिगत)२०. १२,१५,७, जिनस्थापना २६. २८ जीव २. ९, २२. १३, २४. २०; २६. १४१६; काल (कालकारकादिगत) २२. १८, १९,२४.५; १८२४, २९. कालात्ययापदिष्ट १६.३ जीवत्व २८.२० कालिकश्रुत ७. 16 शान १.६ केवल (ज्ञान)७.२३, ८.३, १५, ज्ञाननय २३. २४, कैवल्य ८. १९, २२, २३. ज्ञाननयाभास १५. ६. क्रम २०.१०,१२. तर्क ८.२९, १०. २३, २८, ११.३३७२० क्रमभावी २२.१४ २२, २३, २५, १६. .. क्रमयोगपच १५.७. तिर्यम्सामान्य है." क्रिया (करुपना).९. त्रिकक्षण १२. ९. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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