Book Title: Jain Siddhanta Bol Sangraha Part 01
Author(s): Bhairodan Sethiya
Publisher: Jain Parmarthik Sanstha Bikaner
View full book text
________________ [ ] पृष्ठ अशुद्ध सांसारिक लिए जीवों की सांसारिक 226 227 सम्यग 226 228 सम्यग भयभीत कुमार्ग गामी प्रकृतियाँ निकाचित भयभीत कुमाम गामी प्रकृतियों निकाकित विचित्सिा प्रचार 167 234 236 विचिकित्सा प्रकार 245 267 27 250 271 पुरुष प्रकृतियाँ निरूपित 261 265 271 271 पुरुप प्रकृतियों निरुपित ने ने व्याधियों पायमय संतो किया अदि ठाणांग४ प्रायोगीकी 274 275 व्याधियाँ पापमय संतोष क्रिया आदि ठाणांग५ प्रायोगिकी 280 281 साधनभूत 306

Page Navigation
1 ... 517 518 519 520 521 522