Book Title: Jain Shwetambar Conference Herald 1906 Book 02
Author(s): Gulabchand Dhadda
Publisher: Jain Shwetambar Conference

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Page 486
________________ (५६) श्री जीवदया खातुं. ७४७-०-६ श्री जणसे पुरांत ३४४२-८-० श्री जीवदया फंड खाते वसुल आव्या ते १४ १८९-८-६ १३०-०-० मी० लाभशंकरने जीव दया सारु उपदेश करवाना पगार वीगेरे खर्च ना छ मास सुधीना आप्या तेना १०१-०-० श्री बजाणा गामनी पां जरापोळमां आप्या १००-०-० रोकडा १-०-० मनीओ-- रडर ख रचनो ६४४-३-८ ड्राफ्ट नं. १) पौंड ४३ नो ह्यमनेटिरेअिन. लीगना सेक्रेटरी मी० हेनरी सोल्टने मेडीकल लंडन कॉलेजना विद्या थाआने जीवदयाना विपयोना नबिंधो माटे इनाम आपवा सारु अत्रेनी मेसर्स कीगकींग एन्ड कुं. तरफनो हेनरीकींग लंडन उपरनो मोकली आप्यो तेना वर्चनां ६४३-१२-८ ड्राफ्टनी कीमतना ०-७-० रजीष्टर विगेरे खर्चना

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