Book Title: Jain Shwetambar Conference Herald 1906 Book 02
Author(s): Gulabchand Dhadda
Publisher: Jain Shwetambar Conference

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Page 490
________________ (६०) तारीज. १००६८-८-० श्री कोनफरन्स नीभाव फंड खाते १५९१४-५-६ श्री पुस्तकोद्धार खाते १५६४५-१०-११ श्री मंदीरोद्धार खाते १८१६३–३–३ श्री नीराश्रीत खाते १३१११-१-७ श्री जीवदया खाते ९७११-५-३ श्री केळवणी खाते २३-१-० श्री जयपुर कोनफरन्स ओफीस खाते ३७५-०-० मी० गुलाबचंद ढढाना उबलेक खाते १४८–०–० शेठ लालभाई दलपतभाइना खाते ४५६-१२-० श्री सुकृत भंडार खाते ४३४-०-८ श्री मुंबाई कोन्फरन्सनी रीसेपशन कमीटी खाते २-१-७ श्री वटाव खाते ४८४-१२-१० श्री व्याज स्वात 4 १७-६-० श्री ग्रेज्युएटस ऐशोशएशन ओफ इन्डीआ खाते ७२६-०-० धी जैन एशोशिएशन ऑफ इन्डी खाते ० - ३ - ६ श्री वी. पी. खाते जमा ८१६८१-७–१ ५९९९२-९-० सरकारी प्रोमीसरी नोट खाते १००० -०० मी. गुलाबचंद ढढा आदी सेक्रेटरीओना नामथी मुंबई बैंक खाते बाबु रायकुमारशींगजी आदी सेक्रेटरीओनाना" मी मुंबई बैंक खाते ११३६०-१९-७ शेठ प्रेमचंद रायचंदना खाते १०००-०-० १७१२-११-६ शेठ मनसुखभाई भगुभा ईना खा २८८५-२-६ कुमारजी खाते ( मंदीरोद्धार क माटे गये तमनी पासे शीलक हता ते हीसाब नही आववाथी) १८३-९-११ श्री अमदावाद जैन ओफीस कोन्फरन्स खाते १६१६-९-० श्री बाजी जैन कोन्फरन्स रीपोर्ट खाते १२९९-१३-३ श्री कोन्फरन्स हरेल्ड खाते २३१७-९-७ श्री जैन श्वेतांबर डीरेक खाते खर्च ६७२-९-६ श्री बोर्डींग खाते ९९८-१०-९ श्री उद्योगशाळा खाते चैन लालबाग

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