Book Title: Jain Sanskrit Mahakavya
Author(s): Satyavrat
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 504
________________ संदर्भ-ग्रंथ १. अणुयोगद्दाराइम् : श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, १९६८ २. उत्तराध्ययनसूत्रम् : जैन श्वेताम्बर तेरापन्थी सभा, कलकत्ता, १९६७ ४. दशवकालिकसूत्रम् : व्याख्याकार, आत्माराम जी, लाहौर, १९४६ ३. जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति (पत्राकार), सीकंदराबाद ५. पद्मपुराण (भाग १-२) : रविषेण, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५८-५९ ६. हरिवंशपुराण : जिनसेन : भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९६२ ७. आदिपुराण (भाग १-२) : जिनसेन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५१ ८. उत्तरपुराण : गुणभद्र : भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५४ ६. त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित : हेमचन्द्र, जैन धर्मप्रचारसभा, भावनगर, १६०६-१३ १०. त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित : अंग्रेजी अनुवाद, गायकवाड़ ओरियण्टल सीरीज़, संख्या १३६, जिल्द ५ ११. जिनरत्नकोश : एच. डी. वेलंकर, पूना, १९४४ १२. जैन साहित्य नो संक्षिप्त इतिहास : मो. द. देसाई, बम्बई, १९३३ १३. जैन संस्कृत साहित्य नो इतिहास, भाग-२ : हीरालाल कापड़िया, बड़ोदा, १९६८ १४. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग ६, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९७३ १५. जैन साहित्य और इतिहास : नाथूराम प्रेमी, हिन्दी-ग्रंथ-रत्नाकर, बंबई, १९५६ १६. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान : हीरालाल जैन, भोपाल, १९६२ १७. संस्कृत काव्य के विकास में जैन कवियों का योगदान : नेमिचन्द्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, १९७१ १८. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज : जगदीशचन्द्र जैन, वाराणसी; १९६५ १६. जैन प्रशस्तिसंग्रह : जुगलकिशोर मुख्तार, दिल्ली, १९५४ २०. ऐतिहासिक जैन काव्यसंग्रह : अगरचन्द, भंवरलाल नाहटा, कलकत्ता, सं० १९९४ २१. बीकानेर जैन लेख संग्रह : अगरचन्द नाहटा, कलकत्ता, वी. सं. २४८२

Loading...

Page Navigation
1 ... 502 503 504 505 506 507 508 509 510