Book Title: Jain Prachin Stavanadi Sangraha Author(s): Ujamshi Thakarshibhai Ahmedabad Publisher: Ujamshi Thakarshibhai Ahmedabad View full book textPage 1
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥श्रीमद्वीतरागाय नमः ॥ जैन प्राचीन स्तवनादि संग्रह ॥ हापुरुषोनांबनावेला उपयोगी स्तवनो, चैत्यसज्झायो, स्तुतिओ, तथा श्री शोभनाचार्यकृत चोवीसे जीनेश्वरोनी स्तुतिओ तथा चैत्यवंदनो विगेरेना घणा संग्रह सहित मा पूज्यपाद गुरुणीजी श्री श्री १०८ वौजओजीमहाराजश्रीना सुविहित शिष्या गुरु णीजी देवश्रीजी तेमना शिष्या रुणीजी श्री सौजाग्यश्रीजी जना सदुपदेशथी मलेल द्रव्य सहायवडे छपावी प्रसिद्ध करनार खंभात निवासी मास्तर उमेदचंद रायचंद, है. पांजरापोळ मु:-अमदाबाद. १. वीर संवत २४४९स ने १९२३ सि चोथी. प्रत १००० प्रिन्टिग प्रेसमा पटेल देसाइभाइ होराचंदे ठे ढालगरओळ, मु.-अमदावाद कीमत.१-०-० For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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