Book Title: Jain Nitishastra Ek Parishilan
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 550
________________ परिशिष्ट २ पुस्तक में प्रयुक्त सन्दर्भ ग्रंथ सूची अथर्ववेद उत्तराध्ययनचूणि . अनुयोगद्वारसूत्र-उपक्रमाधिकार उत्तराध्यय (बृहद्वत्ति) । अन्तगडदशा सूत्र उपदेश सहस्री--शंकराचार्य अभिधान राजेन्द्र कोष उपासकदशांगसूत्र अभिज्ञान शाकुन्तलम् ---महाकवि उपासकाध्ययन-सोमदेव सूरि ____ कालिदास ऋग्वेद अमर कोष ऋषभदेव : एक परिशीलन-देवेन्द्र अमर भारती, अगस्त ७२ मुनि शास्त्री अमितगति द्वात्रिशिका ऐतरेय ब्राह्मण अर्हन् नीति-आचार्य हेमचन्द्र ओघनियुक्ति अष्टपाहुड-मोक्ष पाहुड अंगुत्तरनिकाय -आचार्य कुन्दकुन्द कठोपनिषद् आचारांग कथाकोष प्रकरण आचारांगनियुक्ति कल्पद्र मकलिका आनन्द प्रवचन कल्पसूत्र-सं० पूण्यविजय जी आपस्तम्ब धर्मसूत्र कामंदकीय नीतिसार आहेतुदर्शनदीपिका कुरान शरीफ आवश्यकसूत्र केनोपनिषद् आवश्यकचूर्णि कौषीतकि उपनिषद् आवश्यकनियुक्ति गांधी वाणी आवश्यक मलयगिरिवृत्ति गीता रहस्य, कर्मजिज्ञासा-लोकइन्द्रभूति गौतम-गणेशमुनि शास्त्री मान्य तिलक ईशोपनिषद् गुणस्थान क्रमारोह उत्तराध्ययनसूत्र गोम्मटसार--आ० नेमिचन्द्र सिद्धान्त उत्तराध्ययनसूत्र-चार्ल्स सरपेन्टि- चक्रवर्ती यर गौतम कुलक ( ५०८ ) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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