Book Title: Jain Muni Ki Aachar Samhita Ka Sarvangin Adhyayan
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith
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404...जैन मुनि की आचार संहिता का सर्वाङ्गीण अध्ययन
क्र.
ग्रन्थ का नाम | लेखक/संपादक
प्रकाशक
57. भगवतीसूत्र
टीका. अभयदेवसूरि निर्णय सागर प्रेस, मुंबई वि.सं.
58. भिक्षु आगम विषय आचार्य महाप्रज्ञ जैन विश्व भारती, लाडनूं
कोश (भा.1-2) 59. मनुस्मृति संपा. पं. गोपाल चौखम्बा संस्कृत सीरिज, 1970
शास्त्री नेने | वाराणसी 60. महाभारत (शान्तिपर्व) अनु.पं.रामनारायणदत्त |गीता प्रेस, गोरखपुर वि.सं. शास्त्री
|2046 61. महाभारत(अनुशासन पर्व) अनु.पं.रामनारायणदत्त | गीता प्रेस, गोरखपुर वि.सं. शास्त्री
2046 b2. मूलाचार (भा. 1-2) वट्टकेराचार्य |मा.दि. जैन ग्रन्थमाला, वि.सं.
बम्बई
19791980
63. |मूलाचार (भा. 1-2) टीका. आर्या भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, 1984
ज्ञानमती जी नई दिल्ली 64. मूलाचार का समीक्षात्मक डॉ. फूलचन्द जैन पार्श्वनाथ विद्यापीठ, 1990 अध्ययन
वाराणसी 65. विधिमार्गप्रपा रचित जिनप्रभसूरि प्राकृत भारती अकादमी, 2000
जयपुर 66. विशेषावश्यकभाष्य संपा.गणि वज्रसेन विजय | भद्रंकर प्रकाशन, (भाषांतर भा.1-2)
| अहमदाबाद b7. व्यवहारसूत्र संपा. मधुकरमुनि आगम प्रकाशन समिति, 1992 (त्रीणिछेद सूत्राणि)
ब्यावर 68. व्यवहारभाष्य संपा. समणी कुसुमप्रज्ञा जैन विश्व भारती, लाडनूं 1996

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