Book Title: Jain Muni Ki Aachar Samhita Ka Sarvangin Adhyayan
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 465
________________ सहायक ग्रन्थ सूची...403 क्र. ग्रन्थ का नाम लेखक/संपादक प्रकाशक वर्ष वारा 2000 45.|पंचाशक प्रकरण अनु.डॉ.दीनानाथ शर्मा पार्श्वनाथ विद्यापीठ, 1997 वाराणसी 46. पाइयसद्दमहण्णवो पं. हरगोविन्ददास मोतीलाल बनारसीदास, 1986 दिल्ली 47. पुरुषार्थ सिद्धयुपाय अनु.श्री गंभीरचन्द जैन श्री दुलीचन्द्र जी जैन वि.सं. ग्रन्थमाला, सोनगढ़ |2021 प्रवचनसारोद्धार अनु. हेमप्रभाश्री प्राकृत भारती अकादमी, (भा. 1-2) जयपुर 49. प्रवचनसारोद्धार वृत्ति . टीका. सिद्धसेनसूरि | भारतीय प्राच्य तत्त्व प्रकाशन 1979 (भा. 1-2) समिति, पिंडवाडा 50. प्रवचनसारोद्धार (भा.1-2टीका. सिद्धसेनसूरि | देवचन्द लालभाई जैन 1922 पुस्तकोद्धार संस्था, मुंबई 51. प्रशमरति प्रकरण रचित आचार्य परमश्रुत प्रभावक मंडल, वि.सं. उमास्वाति श्री मद् राजचन्द्र आश्रम, |2044 आगास 52. प्रश्नव्याकरणसूत्र संपा. मधुकरमुनि आगम प्रकाशन समिति, |1983 ब्यावर 53. प्रज्ञापनासूत्र (खंड 1-2) |संपा. मधुकरमुनि आगम प्रकाशन समिति, |1983 ब्यावर 54. बृहत्कल्पसूत्र संपा. मधुकरमुनि |आगम प्रकाशन समिति, |1992 | (त्रीणिछेद सूत्राणि) ब्यावर 55. बृहत्कल्पभाष्य(भा. 1-6)| संपा. पुण्यविजय |जैन आत्मानंद सभा, 1936 भावनगर 56. भगवती आराधना अपराजितसूरि बलात्कार जैन पब्लिकेशन |1935 | | (विजयोदया टीका) सोसायटी, कारंजा |-84

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