Book Title: Jain Jyoti
Author(s): Jyoti Prasad Jain
Publisher: Gyandip Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 198
________________ अं अंगूरी देवी जैन--- जागरा के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं स्वतन्त्रता सेनानी श्री महेन्द्र जो जैम की धर्मपत्नी । सन् १९३० के आन्दोलन में ६ मास की कड़ी सजा पाई। हर राष्ट्रीय आन्दोलन में सहयोग दिया । सन् १९४०-१९४२ के आन्दोलनों में रिलीफ आदि कार्यों में भाग लिया । २० मई, १९६८ को देहावसान हुआ । [उ. प्र. जैन, पृ. ८९ ] कथानक मस्लेकर.- १. संदर्भ-ग्रन्थ संकेत-सूची अने. पर हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही गानों में बाबर लेखिका कला, साहित्य और संगीत में रूचि रखने वाली स्वभाव, मुकी महिला [जो. बं. पू. २१६] उ. प्र. - संकेत सूचियां आदि पु. बारा./ बारात. सु. - जैन सिद्धान्त भवन बारा में संग्रहीत ग्रन्थों की सूची । इंडियन एन्टीक्वेरी | ई. ए. ३. पु. Pr 'अनेकान्त', बीर सेवा मंदिर सरसावा / दिल्ली की आवधिक शोध-पत्रिका | पं० बनारसीदास (१६४३ ई०), आत्मचरित । डा० ए० एस० अल्लेकर कृत 'राष्ट्रकाटज एण्ड वेभर टाइम्स, पूना, १९३४ ई० । जिनसेन स्वामि (८३७ ई०) कृत 'नादिपुराण', भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, द्वारा प्रकाशित संस्करण । गुणभद्राचार्य (ल० ८५० ई०) कृत 'उत्तरपुराण', भारतीय ज्ञानपीठ संस्करण । उत्तर प्रदेश मोर जैनधर्म', डा० ज्योति प्रसाद जैन कृत, ज्ञानदीप प्रकाशन, लखनऊ, द्वारा १९७६ ६० में प्रकाशित । एपीफ़ी इंडिका । ऐतिहासिक व्यक्तिको

Loading...

Page Navigation
1 ... 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205