Book Title: Jain Gyan Mimansa aur Samakalin Vichar
Author(s): Alpana Agrawal
Publisher: Ilahabad University

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Page 179
________________ pan 12. पटखंडागम कृतिअनुयोगद्रार सूत्र, सं0 हीरालाल जैन, सेठ शिताबराय, लक्ष्मी विन्दु, अमरावती, 1949. भगवती सूत्र. आगमयुग का जैनदर्शन - 40 दलसुख मालवणिया, श्रीसन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, 1966. जैन न्याय, पं0 कैलाशचन्द्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, 1966. पंचारितकाय समयसार, कुंदकंद, निर्णयसागर पेस, बंबई, 1916. . . 'नियमसार, कुंदकुंद, जैनग्रंथ रत्नाकर, बंबई, 1916. 18. प्रवचनसार, कुंदकूद ब्रह्मसूत्र शाकरभाष्य, चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, 1963. दार्शनिक त्रैमा सिक, वर्ष 24, अंक 4, अक्टूबर 1978, अखिल भारतीय दर्शन परिषद . प्रवणं सूक्तं, जिनेन्द्रवर्णी, सर्वसेवा संघ, बनारस. भारतीय दर्शन, दो भाग, डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन, एलन और अन्विन, लंदन. पूर्व और पश्चिम कुछ विचार, डा0 राधाकृष्णन्. तत्वाथी धिगम सूत्र, उमास्वाति, सं0 जे0एल0 जैनी, सेन्ट्रल जैन पब्लिशिंग हाउस. न्यायकमदचन्द्र, अकलंक की लधी या गम पर टीका, प्रमाचन्द्र, सं0 40 महेन्द्रकुमार जैन, मानिकचन्द्र दिगम्बर जैन सीरीज, बंबई, 1938.

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