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(५२) ३ लींबडीना पाडामां शांतिनाथजीना दहेरासरजीनी प्रतिमाना
लेखो.
४ कनासाना पाडाना मोटा दहेरासरनी प्रतिमाना लेखो. ५ महावीर स्वामीना गभारानी प्रतिमाना लेखो. ६ बाबु पनालाल पुनमचंदना दहेरासरनीधातु प्रतिमाना लेखो. कया सैकाथी धातु प्रतिमाना लेखो मळी शके छे ! । ... विक्रम संवत् ८ मा सैकाथी धातु प्रतिमाना लेखो मळी शके छे अने छेल्लामां छेल्ला वीसमा सैका सुधीना धातु प्रतिमाना लेखो मळी शक्या छे. अमारी पासे सत्समागमार्थे आवेल रावसाहेब केशवलाल हर्षदराय ध्रुव कहेता हता के विक्रम संवत् ७ मा सैकानी बौद्धदेवनी धातु प्रतिमा अमोए अडाणज गाममां प्राप्त करी हती ते प्रतिमा अमारी पासेथी एक मुंबाइना शेठ लगया हता. कडीना लेखोमां एक प्राचीन लेख नीचे प्रमाणे छे.
शक संवत् ९१० आसीन्नागीन्द्रकुले शीलरुद्रगणि....पाश्चिल्लगणि....शक संवत् ९१० नी सालमां धातुनी प्रतिमा भरावेली आ लेख उपरथी मालुम पडे छे तेथी अनुमान कराय छे के धातुनी प्रतिमा १००० वर्ष रही शके छे वा तेनाथी वधारे वखत पण रही शके छे. हनी अमोए सर्व धातु प्रतिमाना लेखो अपलोक्या नथी तेथी चोकस अनुमान पर आवी शक्या नथी एक जुनो लेख विक्रम संवत् लगभगनो छे पण अमोने तेनो केटलीक बाबतोथी निश्चय थतो नथी.
कया गच्छना आचार्यों प्रतिमानी प्रतिष्ठा करी शकता हता.
खरतर गच्छ, तपा गच्छ, वड गच्छ, जीरावरा गच्छ, वृद्ध तपा गच्छ, सागर गच्छ, ब्रह्माण गच्छ वगेरे सर्व गच्छना आचार्यो
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